MP: किसानों के लिए मध्य प्रदेश सरकार का बड़ा फैसला, मिलेगा अच्छा लाभ
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) सरकार ने किसानों की धान खरीदी करने के लिए बढ़ाई डेट
मध्य प्रदेश धान खरीदी न्यूज़ (MP Dhan Kharidi News): सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने मध्य प्रदेश के किसानों को बड़ी राहत देते हुए फैसला लिया है कि किसानों की जो बची हुई धान है उसे भी सरकार खरीदेगी। इसके लिए सरकार ने धान खरीदी की डेट बढ़ा दी है। जिससे किसानों को खरीदी केन्द्रो में धान बिक्री करने का एक बार फिर मौका मिल गया है और वे अपनी धान को समर्थन मूल्य पर बिक्री कर सकेगें।
कृषि मंत्री ने दी जानकारी
धान खरीदी को लेकर लिए गए निणर्य की जानकारी कृषि मंत्री कमल पटेल ने ट्वीट कर दी है। उन्होने बताया कि संकट के समय ओलावृष्टि से प्रभावित किसान भाईयों के साथ भाजपा सरकार पूरी तरह से साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में राज्य सरकार ने ओलावृष्टि प्रभावित किसानों के हित में महत्वपूर्ण निर्णय लेते हैं, धान की खरीदी 20 जनवरी तक बढ़ाई है।
ज्ञात हो कि मध्य प्रदेश में 29 नवंबर 2021 से 15 जनवरी 2022 तक ही खरीद होनी थी. लेकिन किसानों की मांग को देखते हुए सरकार ने खरीदी करने के लिए डेट बढ़ा दी है। जिसके तहत अब किसानों को उनके मोबाईल पर एसएमएस भेजा जा रहा है। जिससे किसान खरीदी केन्द्र में धान लेकर पहुचे सकें।
मौसम की पड़ी मार
कृर्षि ने बताया कि ओलावृष्टि से प्रदेश के 22 जिलों में 2 लाख हेक्टेयर से ज्यादा का नुकसान किसानों को हुआ है। जिसे देखते धान की खरीदी 20 जनवरी तक की जाएगी। जो किसानों के लिए बड़ी राहत की बात मानी जा रही है. बता दें कि बारिश और ओलावृष्टि से धान खरीदी का काम प्रभावित हुआ था।
MP में बंपर धान की खरीदी
जानकारी के तहत इस वर्ष भी किसानों ने धान की अच्छी पैदावार किए है। जिसके चलते प्रदेश में बम्फर धान की खरीदी की गई है। 13 जनवरी तक 37.37 लाख मिट्रिक टन धान की खरीद हुई है। जबकि गत वर्ष 2020-21 में 37.27 लाख मिट्रिक टन धान खरीदा गया था. साल 2019-20 में 25.97 लाख टन की ही खरीद हुई थी।
इस तरह का लिया गया निणर्य
- ओलावृष्टि से जिन किसानों को 50 प्रतिशत से अधिक नुकसान हुआ है उन्हें 30 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर राहत राशि दी जाएगी।
- फसल बीमा के तहत नुकसान की 25 प्रतिशत राशि अभी और 75 प्रतिशत राशि किसान भाइयों को बाद में दी जाएगी।
- क्षतिग्रस्त हुई फसल का वीडियोग्राफी के साथ सर्वे कर सर्वे सूची की एक कॉपी पंचायत में चिपकाई जाएगी।
- अल्पकालीन ऋण को मध्यमकालीन ऋण में परिवर्तित कर दिया जाएगा और उसका ब्याज भी राज्य सरकार भरवाएगी।
- ओलावृष्टि से जिन किसान भाईयों के पशुओं की मृत्यु हुई है उन्हें गाय-भैंस की मृत्यु पर 30 हजार रु, बैल-भैंसा की मृत्यु पर 25 हजार रु, बछड़ा-बछड़ी की मृत्यु पर 16 हजार रु. भेड़-बकरी की मृत्यु पर 3 हजार रु राहत राशि दी जाएगी।
- ओलावृष्टि से प्रभावित किसान भाईयों की बेटी का विवाह भी राज्य सरकार करवाएगी।