एमपी में गजब का सरकारी अस्पतालः अनजान व्यक्ति ने घायलों का किया इलाज, टांके भी लगाए
MP News: मध्यप्रदेश में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां के एक जिला अस्पताल में अनजान व्यक्ति न केवल घायलों का इलाज करता है बल्कि उन्हें टांके भी लगाता है।
मध्यप्रदेश में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां के एक जिला अस्पताल में अनजान व्यक्ति न केवल घायलों का इलाज करता है बल्कि उन्हें टांके भी लगाता है। इस घटना की जानकारी अस्पताल प्रबंधन को चार दिन बाद होती है। किंतु अब तक यह जानकारी सामने नहीं आ सकी है कि आखिर वह शख्स कौन था और कहां से आया था। जानकारी के बाद अस्पताल प्रबंधन द्वारा डॉक्टर और कम्पाउंडर को नोटिस भी जारी किया गया है।
क्या है मामला
मामला एमपी के भिंड जिले का बताया गया है। हैरान कर देने वाला यह घटनाक्रम 26 जून का है। भिंड के सरकारी अस्पताल में डॉक्टर के सामने एक अनजान व्यक्ति ने घायल का उपचार करते हुए उसके सिर में टांके तक लगा दिए। यह व्यक्ति न कोई कम्पाउंडर था और न ही अस्पताल का कोई कर्मचारी। उसने किसी ट्रंेड कंपाउंडर की तरह घायल का उपचार किया। 26 जून को शहर के वार्ड नंबर 10 में पार्षद ममता शाक्य के पति रामहेत शाक्य का अपने पड़ोस में रहने वाले एक परिवार से विवाद हो गया था। जिसमें 8 लोग घायल हुए थे। घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया था। जहां घायलों का उपचार किया गया।
ड्यूटी डॉक्टर के सामने किया इलाज
यहां पर हैरान कर देने वाली बात यह है कि जिस व्यक्ति ने घायलों का उपचार किया, वह अस्पताल का कर्मचारी नहीं था। वह कोई बाहरी व्यक्ति था जिसने ड्यूटी डॉक्टर के सामने घायलों का उपचार किया। उसने घायलों के सिर में टांके भी लगाए। यहां पर यह बता दें कि अनजान व्यक्ति ने ड्यूटी पर तैनात यूनुस खान नाम के कंपाउंडर के साथ मिलकर घायलों का उपचार किया। किंतु किसी ने उस अनजान शख्स को रोकने की कोशिश नहीं की। ड्यूटी पर तैनात डॉ. आशीष भी इस घटनाक्रम से अनजान बने रहे।
सिविल सर्जन ने जारी किया नोटिस
भिंड के जिला अस्पताल में जब घायलों का उपचार करते अनजान व्यक्ति का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो अस्पताल प्रबंधन में हड़कम्प मच गया। उसके द्वारा कंपाउंडर के साथ मिलकर घायलों के सिर पर टांके लगाए गए। मामला जब सिविल सर्जन अनिल गोयल के संज्ञान में आया तो उन्होंने तुरंत ड्यूटी डॉक्टर और कंपाउडर को नोटिस जारी कर दिया है। किंतु इस बात की जानकारी अभी तक हासिल नहीं हो सकी है आखिर वह अनजान शख्स कौन था जिसने अस्पताल में अपनी पहचान छिपाकर घायलों का उपचार किया।