DAVV में अब CUET के जरिए होंगे एडमीशन, एमपी के छात्रों को ही मिलेगा रिजर्वेशन
देवी अहिल्या युनिवर्सिटी (Devi Ahilya Vishwavidyalaya) में अब कॉमन युनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट सीयूईटी के जरिए एडमीशन होंगे।
देवी अहिल्या युनिवर्सिटी (Devi Ahilya Vishwavidyalaya) में अब कॉमन युनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट सीयूईटी के जरिए एडमीशन होंगे। लेकिन टेस्ट के बाद काउसलिंग युनिवर्सिटी में ही होगी। एससी, एसटी और ईडब्ल्यूएस कोटा एमपी के छात्रों के लिए ही रहेगा। एनआरआई कोटा भी लागू रहेगा। उसमें पहले की ही तरह डायरेक्ट एडमीशन होगा। जनरल व कोटा की सीटों के वितरण नियम व संख्या में बदलाव नहीं होगा। काउंसलिग भी पहले की तरह रिजल्ट आने के दो सप्ताह के भीतर शुरू होगी।
हालांकि जिन विद्यार्थियों को डीएवीवी में प्रवेश चाहिए उन्हें काउसलिंग के लिए अलग से रजिस्ट्रेशन कराना होगा। गौरतलब है कि नेशनल लेवल के एग्जाम से जुड़ने के कारण युनिवर्सिटी को अब देश के सभी राज्यों के छात्र मिलेंगे। अभी तक केवल सीईटी में एमपी, छत्तीसगढ़, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, और गुजरात जैसे राज्यों के ही छात्र मिल पाते थे। लेकिन अब महाराष्ट्र, उत्तराखंड, कर्नाटक, बिहार, तमिलनाडु, पंजाब सहित अन्य राज्यों के छात्र भी मिल सकेंगे।
सीटें नहीं रहेगी खाली
डीएवीवी में एमबीए डिजास्टर मैनेजमेंट, बीएससी इलेक्ट्रानिक, एमकॉम, बीएससी, एमए, एमबीए एचए सहित कई कोर्स की 10 से 50 फीसदी तक सीटें खाली रह जाती थी। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। बताया गया है कि उत्तराखंड, केरल व अन्य राज्यों के छात्र डिजास्टर मैनेजमेंट जैसे कोर्स में ज्यादा रूचि रखते हैं। दरअसल सीईटी 12 प्रमुख टीचिंग विभागों के 37 कोर्स के लिए होती थी। लेकिन इनमें से करीब 10 से 11 कोर्स में सीटें खाली रह जाती थी। हर साल 2550 सीटों के लिए 17 हजार से ज्यादा आवेदन आते थे।