ब्लैकमेलिंग व सायबर अपराध से बचने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक राज्य सायबर ने दिये सुझाव : MP NEWS

भोपाल। सोशल मीडिया के माध्यम से मित्रता कर पुरुषों को व्हाटसएप पर वीडियो कॉल करके उसका स्क्रीन रिकार्ड कर अपने जाल में फंसाकर ब्लैकमेल करना और फिर पैसे एंठने की वारदात आजकल आम हो गयी है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक राज्य सायबर योगेश चैधरी ने जानकारी देते हुए बताया है किसायबर अपराधी फेसबुक, इंस्टाग्राम व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से स्वयं को महिला दर्शाते हुये अपनी प्रोफाइल पर महिला की फोटो लगाकर पुरुषों को मित्रता सूची में जोड़ लेते हैं। फिर कुछ समय सामान्य बात कर यह एहसास दिलाते हैं कि वह वाकई में महिला हैं और आगे बात करने के लिये स्वयं का व्हाट्सएप नम्बर दे देते हैं। जहां से कोई महिला आपसे बात करती है जो कि वॉइस चैंजर एप के माध्यम से किया जाता है।

Update: 2021-04-01 09:42 GMT

भोपाल। सोशल मीडिया के माध्यम से मित्रता कर पुरुषों को व्हाटसएप पर वीडियो कॉल करके उसका स्क्रीन रिकार्ड कर अपने जाल में फंसाकर ब्लैकमेल करना और फिर पैसे एंठने की वारदात आजकल आम हो गयी है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक राज्य सायबर योगेश चैधरी ने जानकारी देते हुए बताया है किसायबर अपराधी फेसबुक, इंस्टाग्राम व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से स्वयं को महिला दर्शाते हुये अपनी प्रोफाइल पर महिला की फोटो लगाकर पुरुषों को मित्रता सूची में जोड़ लेते हैं। फिर कुछ समय सामान्य बात कर यह एहसास दिलाते हैं कि वह वाकई में महिला हैं और आगे बात करने के लिये स्वयं का व्हाट्सएप नम्बर दे देते हैं। जहां से कोई महिला आपसे बात करती है जो कि वॉइस चैंजर एप के माध्यम से किया जाता है।

बातें धीरे-धीरे कामुकता का रूप ले लेती हैं फिर वह वीडियो कालिंग कर वस्त्र उतारने को कहते हैं। वीडियो कॉलिंग पर वस्त्रों के उतरने और तमाम शारीरिक प्रतिक्रियाओं को यह अपराधी रिकार्डिंग एप के माध्यम से रिकार्ड कर लेते हैं। फिर आपकी सोशल मीडिया में आपके मित्रों व परिवार वालों को आपकी उक्त वीडियो भेज देने का डरदिखा कर आपसे पैसों कि मांग करते हैं। समाज में इज्जत के डर से कई लोग उन्हें पैसे दे देते हैं किंतु वह निरंतर पैसों कि मांग बढ़ाते जाते हैं।

सोशल मीडिया पर अनजान व्यक्तियों से मित्रता न करें

योगेश चौधरी ने कहा कि कभी भी अनजान व्यक्तियों से सोशल मीडिया पर मित्रता न करें। सदैव अपने परिचितों या पहचानने वालों की ही मित्रता कि रिक्यास्ट स्वीकार करें। मित्रता सूची में जुड़ने के बाद भी अगर किसी मित्र की प्रतिक्रिया संदिग्ध लगती है तो तुरंत उसे अपनी प्रोफाईल से अनफ्रेंड कर दें। अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल की सभी प्रकार की सेटिंग्स को मजबूत करें ताकी हर कोई आपकी प्रोफाइल में जाकर आपकी जानकारीयां, मित्र सूची व पोस्ट न देख सकें।

योगेश चौधरी ने कहा कि किसी को अपना मोबाइल नम्बर न दें जब तक कि आपको उसकी पहचान की पुष्टी न हो जाये और व्हाट्सएप आदि पर किसी भी अन्जान व्यक्ति से बात या वीडियो कॉलिंग न करें। यदि किसी भी प्रकार से आप इस तरह के फ्रॉड में फस भी जाते हैं तो घबराए नहीं तुरंत पुलिस थाने जाकर शिकायत दर्ज कराएं।

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