असली दिखाकर नकली सोना बेंचने वाला गिरोह पकड़ाया, ठगों से 10 किलो नकली सोने की गिन्नी, 7 किलो नकली सोने की बिस्किट 10 किलो असली सोना जब्त
असली सोना दिखाकर नकली सोना एवं गिन्नी बेंचने वाले गिरोह को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरोह द्वारा शुद्ध सोने के बिस्किट व गिन्नी दिखाकर लोगों
असली दिखाकर नकली सोना बेंचने वाला गिरोह पकड़ाया, ठगों से 10 किलो नकली सोने की गिन्नी, 7 किलो नकली सोने की बिस्किट 10 किलो असली सोना जब्त
बैतूल। असली सोना दिखाकर नकली सोना एवं गिन्नी बेंचने वाले गिरोह को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरोह द्वारा शुद्ध सोने के बिस्किट व गिन्नी दिखाकर लोगों को ठगी का शिकार बनाया जाता था। ठगी का शिकार हुये छिंदवाड़ा के एक युवक की शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच की और पारधी ढाने के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों के पास से 10 किलो नकली सोने की गिन्नी और 7 किलो नकली सोने के बिस्किट के साथ 10 असली सोने की गिन्नी सहित औजार बरामद किये हैं। गिरोह का मुख्य सरगना अभी फरार है जिसकी बैतूल पुलिस तलाश कर रही है। मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक सीमाला प्रसाद ने बताया कि छिंदवाड़ा निवासी अभिषेक पारधे ने साईंखेड़ा पुलिस को शिकायत की थी कि उसे गिरोह ने 5 लाख रुपये में बेंचा था जो कि नकली निकला।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ‘बर्ड फ्लू’ के प्रति सजग रहने के निर्देश दिये, रोग शमन के लिये अलर्ट जारी
शिकायत के बाद से साईंखेड़ा पुलिस और बैतूल एसडीओपी की टीम जांच में जुटी और गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। जिनमें शिलाजीत पारधी, हरियल पारधी, दिवाकर पारधी, मानसिंह पारधी सभी निवासी पारधी ढाना बैतूल शामिल हैं। वहीं गिरोह का सरगना अलगिर पारधी फरार है।
गिरोह ऐसे करता था ठगी
गिरोह के सदस्य गांव के भोले भाले लोगों को बताते थे कि उन्हें जमीन में गड़ा हुआ पुराना धन मिला है जिसमें सोने की गिन्नियां व बिस्किट हैं उन्हें बेंचना है और एक असली सोने की गिन्नी दे देते थे। वहीं बड़ा सौदा करने के एकांत इलाके में बुलाते थे। पैकेट में नकली सोना एवं गिन्नियां देकर पुलिस का भय दिखाते हुए जल्दी निकल जाने की बात कहते थे। जिससे व्यक्ति चुपचाप चला जाता था।
सोनी से खरीदते थे पीतल की सीट
पुलिस ने मुलताई निवासी ज्वेलर्स सचिन सोनी पिता रमेश सोनी को गिरफ्तार किया है। जिससे गिरोह के सदस्य नकली सोने के गिन्नी व बिस्किट बनाने के लिये पीतल की सीट खरीदते थे। पुलिस की पूछताछ में सचिन ने बताया कि ठगी करने वाले गिरोह अपने घर से पीतल व औजार मुहैया कराता था।