एमपी: धार कारम डैम कांड के लपेटे में आए 8 इंजीनियर सस्पेंड, दो कंस्ट्रक्शन कंपनियां ब्लैक लिस्ट
MP Karam Dam News: लगातार बारिश और लापरवाही पूर्ण करवाए गए निर्माण कार्य का परिणाम यह हुआ कि कारम डैम दरक गया और बांध से पानी का रिसाव शुरू हो गया।
MP Karam Dam News: लगातार बारिश और लापरवाही पूर्ण करवाए गए निर्माण कार्य का परिणाम यह हुआ कि कारम डैम दरक गया और बांध से पानी का रिसाव शुरू हो गया। दर्जनों गांव के लोगों को बचाने के लिए सरकार ने करोड़ों रुपए फूंक दिए। साथ ही जांच कमेटी बनाई गई। जिसकी रिपोर्ट के बाद पहले ही मुख्यमंत्री ने 2 कंस्ट्रक्शन कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दिया है। वही 8 इंजीनियरों को सस्पेंड किया गया है।
जीवन पर छा गया संकट
बांध टूटने का खतरा बढ़ता गया। लोगों के जीवन पर संकट के बादल मडराने लगे थे। ऐसे में साइड से पानी निकालने का कार्य शुरू किया गया। वहीं बांध के निचले स्तर पर बसे गांव के लोगों को आनन-फानन में ऊंचे स्थानों पर ले जाया गया। साथ ही बांध का पानी धीमी गति से निकालने के लिए सरकारी खजाने से करीब 40 करोड़ रुपए फूंक गए। इन हालातों में बांध निर्माण पर सवाल उठने लगे। सरकार द्वारा आनन-फानन में जांच यह कमेटी बनाई गई। कमेटी द्वारा प्रस्तुत किए गए रिपोर्ट के अनुसार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कार्यवाही की है।
इन पर की गई कार्यवाही
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कार्यवाही करते हुए सीएस घटोले मुख्य अभियंता, बीएल निनामा कार्यपालन यंत्री, पी जोशी अधीक्षण यंत्री जल संसाधन, वकार अहमद सिद्धकी एसडीओ विजय कुमार जत्थाप उपयंत्री, अशोक कुमार उपयंत्री, दशाबंता सिसोदिया उपयंत्री, आरके श्रीवास्तव उपयंत्री तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए हैं।
निलंबन का कारण
जिन जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्यवाही की गई है उनके ऊपर बांध निर्माण के कार्य का दायित्व था लेकिन इनके द्वारा लापरवाही बरती गई। कार्यों का समुचित पर्यवेक्षण नहीं किया गया। ऐसे में इन अधिकारियों द्वारा उत्तरदायित्व का सही पालन न करने पर तत्काल प्रभाव से निलंबन की कार्यवाही की गई है। निलंबन अवधि के दौरान कार्यालय मुख्य अभियंता जल संसाधन विभाग उज्जैन में संबद्ध किया गया है।