एमपी: सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों के 42 प्रतिशत पद खाली

Ujjain News: उज्जैन जिले में शिक्षा की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है।

Update: 2022-05-10 14:45 GMT

MP Teacher Posting List 2022

Ujjain News: उज्जैन जिले में शिक्षा की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। जिले के सरकारी विद्यालयों की स्थिति के साथ ही पठन पाठन का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां 9441 स्वीकृत पदों में से 3970 पद खाली है। यानी शिक्षकों के 42.05 प्रतिशत पद पूरे जिले में खाली पडे़ हुए हैं। जिसका सीधा असर स्कूलों के एकादमिक ग्राफ पर पड़ रहा है। एक मात्र शिक्षक होने से विभागीय विभागीय कार्य संबंधी कागजी खानापूर्ति भी इन्हीं शिक्षकां को करनी पड़ रही है। ऐसे में शैक्षणिक काय पर भी वह फोकस नहीं कर पाते।

कई स्कूल ऐसे हैं, जो एक मात्र शिक्षकों के भरोसे ही चल रहे हैं। जिन स्कूलों में एक भी शिक्षक नहीं है वहां संकुल स्तर से शिक्षकां को अटैच कर और अतिथि शिक्षकां अतिथि शिक्षकां को रख कर शिक्षकां को अटैच कर और अतिथि शिक्षकों को रख कर शिक्षकां की पूर्ति करने का प्रयास किया जा रहा है। खास बात यह है कि 2019 के बाद से रोस्टर वार और पद वार शिक्षकां की रिक्तियों की गणना नहीं की गई है। अब जाकर रोस्टर वार और पद वार रिक्तियों की गणना की जा रही है। पोर्टल पर कई प्रधानाध्यापकों और प्राचार्यां ने सही एंट्री नहीं की। जिसके कारण संबंधित स्कूलों में शिक्षकां के सेवानिवृत्त होने या निधन होने के बाद भी रिक्त हुए पदों की जानकारी ही प्रदर्शित नहीं हो पा रही है।

इन विद्यालयों की स्थिति दयनीय

प्राथमिक विद्यालय राणाबड़ में एक मात्र शिक्षक अमरसिंह पटेल ही कार्यरत है। कोरोना काल में यहां पदस्थ भवानी शंकर चौकसे का निधन हो गया था। लेकिन अभी भी विभाग के ऑनलाइन पोर्टल पर इस स्कूल में दो शिक्षक ही प्रदर्शित हो रहे हैं। प्राथमिक विद्यालय पारदीखेड़ा में 25 अप्रैल 2022 को ही शिक्षक नरेश आठिया ने ज्वाइनिंग दी है। इसके पहले यहां कोई शिक्षक नहीं था। जिसके कारण संकुल स्तर से यहां शिक्षक राजेश गुप्ता को अटैच किया गया था। प्राथमिक विद्यालय चंदसेरा इस स्कूल में एक मात्र शिक्षिका मनजीत कौर ही है। फरवरी 2022 में यहां पदस्थ एक अन्य शिक्षिका सेवानिवृत्त हो चुकी है। कौर का रिटायरमेंट भी दो माह बाद होना है। प्राथमिक विद्यालय पालखेड़ी में पदस्थ गोपाल प्रसाद आलिया 30 अप्रैल 2022 को सेवानिवृत्त हो चुके हैं। जिसके बाद यहां एक मात्र शिक्षक के रूप में केवल हेमलता झांझोट ही है।

वर्जन

जिले में शिक्षकों के रिक्त पदों की रोस्टर वार और पद वार जानकारी एकत्रित कर भोपाल भेजी जा रही है। भोपाल स्तर से ही रिक्त पदों पर नियुक्ति की जाएगी।

गिरीश तिवारी अतिरिक्त जिला परियोजना समनवयक आरएसएस

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