एमपी के सबसे उम्रदराज कैदियों में एक 106 वर्षीय कैदी की मौत, 26 सालो से रीवा सेंट्रल जेल में काट रहा था सजा
Rewa Central Jail News: केन्द्रीय जेल रीवा में आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी की मौत हो गई।
Rewa MP News: केन्द्रीय जेल रीवा में आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी की मौत हो गई। जेल में सजा काटने वालों कैदी की मौत होना कोई खास बात नहीं है। लेकिन इस कैदी की मौत सबसे खास इसलिए है क्योंकि इसकी मौत 106 की उम्र में सजा की अवधि के दौरान हुई है।
जिले के सेंट्रल जेल में सजा काटने वाला यह सबसे उम्रदराज कैदी है। फिलहाल मृतक कैदी के शव का पीएम करने के बाद उसे परिजनों को सौंप दिया गया है। गौरतलब है कि जेल प्रशासन द्वारा 24 नवंबर को कैदी को बीमार होने के कारण संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां अस्पताल में भर्ती रहे वृद्ध की बीते दिवस मौत हो गई।
क्या है मामला
बताया गया है कि गुढ़ तहसील के बरसैता गांव के निवासी राममिलन पुत्र हनुमान प्रसाद पटेल 106 वर्ष को हत्या के मामले में वर्ष 1996 में जेल लाया गया था। जहां वर्ष 2002 तक वह जेल में विचाराधीन कैदी रूप में रहा। वर्ष 2002 में उसे रीवा न्यायालय से सजा पड़ गई। जिस पर उसने उच्च न्यायालय में जमानत के लिए अपील की। उच्च न्यायालय ने उसे जमानत दे दी।
गौरतलब है कि वर्ष 1996 में जब राममिलन केन्द्रीय जेल आया था तो उसकी उम्र 80 साल थी। जमानत मिलने के बाद वह वर्ष 2018 तक बाहर रहा। इसके बाद उच्च न्यायालय ने जिला न्यायालय के फैसले को यथावत रखा। उच्च न्यायालय के आदेश के बाद उसे एक बार फिर से 2018 मेंं ही जेल ले जाया गया। तब से वह केन्द्रीय जेल में ही था।
कई बीमारियों से था परेशान
बताया गया है कि राममिलन को कई बीमारियां थी। जेल के अस्पताल में ईलाज कराने के बाद भी जब उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ तो जेल प्रबंधन द्वारा उस एसजीएमएच में भर्ती कराया गया था। जहां उसकी मौत हो गई।
पुत्र भी था जेल में
जेल प्रबंधन की माने तो हत्या के मामले में केवल वृद्ध ही जेल में नहीं था बल्कि उसका पुत्र भी जेल में बंद था। लेकिन 14 वर्ष सूखी और माफी मिला कर 20 साल का कारावास पूरा हो जाने पर स्वतंत्रता दिवस पर उसे रिहा कर दिया गया। राममिलन की रिहाई के लिए अभी चार साल बचे थे।