मऊगंज कलेक्टर की नेक पहल: पैर से लिखने वाले दिव्यांग युवक को डीएम ने लैपटॉप सौंपा, अब युवक घर बैठे UPSC की तैयारी कर सकेगा
नवगठित जिले मऊगंज के कलेक्टर ने निभाया वादा, पैर से लिखने वाले कृष्ण कुमार केवट के घर पुस्तकें और लैपटॉप लेकर पहुंचे
मऊगंज / रीवा. अपने पैरों से लिखकर सफलता प्राप्त करने वाले दिव्यांग छात्र कृष्ण कुमार साकेत अब घर बैठे यूपीएससी की ऑनलाइन तैयारी कर सकेगा. मऊगंज कलेक्टर अजय श्रीवास्तव ने सोमवार को भाठी सेंगर में छात्र के घर पहुंचकर उसको लैपटॉप और संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की तैयारी के लिए गाइड्स और किताबें प्रदान की, जिसके बाद उसकी खुशी का ठिकाना न रहा. कलेक्टर ने कहा कि ऑनलाइन पढ़ने के लिए जल्द ही वह व्यवस्था करेंगे. साथ ही आश्वासन दिया कि कृष्ण कुमार के जो सपने हैं वह साकार होंगे. कृष्ण कुमार की चाहत कलेक्टर बनने की है.
पैरों से लिखकर कक्षा 12 में अर्जित किए 82 प्रतिशत
गौरतलब है कि दिव्यांग छात्र कृष्ण कुमार साकेत के बचपन से दोनों हाथ नहीं हैं. कृष्ण कुमार ने हायर सेकंडरी स्कूल की परीक्षा में पैरों से लिखकर 82 प्रतिशत अंक अर्जित कर सबको चौंका दिया था. इसके बाद कम्प्यूटर के साथ बीए की पढ़ाई की, लेकिन आगे की पढ़ाई गरीबी के चलते प्रभावित हो रही थी. इसकी जानकारी मऊगंज कलेक्टर अजय श्रीवास्तव को मिली तो एक सप्ताह पहले छात्र से मिलने उसके घर पहुंचे थे.
कलेक्टर बनना चाहता है कृष्ण कुमार
दिव्यांग कृष्ण कुमार केवट ने बताया था कि वह कलेक्टर बनना चाहता है लेकिन उसके पास पढ़ने के लिए ना तो किताबें थीं और न ही अन्य पढ़ाई संसाधन है. छात्र की प्रतिभा देखकर कलेक्टर अजय श्रीवास्तव ने आस्वस्त किया था कि वह जल्द ही पढऩे एवं रोजगार की व्यवस्था करेंगे. वादे के मुताबिक 11 सितंबर को कलेक्टर लैपटॉप और गाइड्स एवं किताबें लेकर भाठी सेंगरान पहुंचे.
इंदौर की हरमीत कौर ने भेजा लैपटॉप, कलेक्टर ने युवक को सौंपा
मऊगंज कलेक्टर अजय श्रीवास्तव ने कहा कि जैसे ही यह समाचार सुर्खियों में आया कि दिव्यांग कुछ करना चाहता है लेकिन उसके पास संसाधन नहीं है तो इंदौर से हरमीत कौर का उन्हें फोन आया कि उन्हें आपत्ति न हो तो वह कृष्ण कुमार को लैपटॉप देकर मदद करना चाहती हैं. जिस पर कलेक्टर अजय श्रीवास्तव ने लैपटॉप देने की सहमति प्रदान की और दो दिन पूर्व ही लैपटॉप कलेक्टर के पास आ गया.
कलेक्टर ने कहा कि कृष्ण को आर्थिक सहयोग के लिए उसे कलेक्टर कार्यालय में कंप्यूटर आपरेटर का कार्य दिया जाएगा और उसके परिवार की माली हालत ठीक रहे इसके लिए उन्होंने आजीविका मिशन के अधिकारियों को निर्देश किया कि समूह बनाकर ऋण देने की व्यवस्था करें, जिससे कृष्ण कुमार का छोटा भाई एवं परिवार के अन्य सदस्य अगरबत्ती उद्योग डाल सकें. कलेक्टर अजय श्रीवास्तव ने कहा कि कृष्ण कुमार कलेक्टर बने यह मेरी इच्छा है. मैं समय-समय पर उसकी मदद करता रहूंगा. कलेक्टर के इस सहयोग पर दिव्यांग कृष्ण कुमार केवट एवं परिवार जनों तथा ग्राम वासियों ने धन्यवाद ज्ञापित किया है.