मऊगंज के देवरा महादेवन मंदिर विवाद में प्रशासन का एक्शन, अतिक्रमण हटाया; सारे रास्ते ब्लॉक किए गए, 500 मीटर का घेरा बनाया गया
मऊगंज के देवरा महादेवन मंदिर में अतिक्रमण हटाने पहुंचा प्रशासन। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में चला बुलडोजर।
मऊगंज के देवरा महादेवन मंदिर में अतिक्रमण को लेकर पिछले कुछ दिनों से चल रहे विवाद के बाद आखिरकार प्रशासन ने कार्रवाई की है। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में बुलडोजर चलाकर मंदिर परिसर से अतिक्रमण हटाया गया।
कलेक्टर और एसपी रहे मौजूद
अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन की टीम भारी बल के साथ मौके पर पहुंची। टीम में कलेक्टर अजय श्रीवास्तव, एसपी रसना ठाकुर सहित 300 से ज़्यादा पुलिसकर्मी शामिल थे। प्रशासन ने मंदिर की बाउंड्री वॉल को गिराना शुरू कर दिया है। पूरे क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
गांव में किसी को नहीं दी गई एंट्री
सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए किसी को भी गांव के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई। यहां तक कि मीडिया को भी कार्रवाई स्थल पर जाने से रोक दिया गया। सड़क के 500 मीटर दूर तक पुलिस का घेरा बना रहा।
विवाद की शुरुआत कैसे हुई?
यह विवाद 17 नवंबर को तब शुरू हुआ था जब हिंदू नेता संतोष तिवारी ने मंदिर के पास से अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर अनशन शुरू कर दिया था। उनका कहना था कि मंदिर की 9 एकड़ जमीन में से 90 फीसदी जमीन पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कब्जा कर रखा है।
विधायक ने खुद हटवाया था अतिक्रमण
जब प्रशासन ने दो दिन तक कोई कार्रवाई नहीं की तो भाजपा कार्यकर्ता और मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल खुद ही जेसीबी लेकर मौके पर पहुंच गए और अतिक्रमण हटवाने लगे। इस कारण दोनों पक्षों में झड़प हो गई थी और पथराव हुआ था।