मऊगंज के जिला बनने के बाद विकास कार्यों की शुरुआत हुई, करोड़ों की लागत से शहरी हिस्सों में बन रही सड़कें
नवगठित मऊगंज जिले में सडक का निर्माण वन टाइम इंप्रूवमेंट योजना के तहत कराया जा रहा है। निर्माण एजेंसी को इस सडक को पूरा करने के लिये वर्षांकाल मिलाकर 6 माह का समय दिया गया है।
रीवा से विभाजित होकर मऊगंज के जिला (District Mauganj) बनने के बाद अब वहां विकास कार्य भी शुरू हो गये हैं। मऊगंज में नेशनल हाइवे 135 से छूटे हुये शहरी भाग में 6.6 किलोमीटर की सड़क का निर्माण कराया जायेगा। सड़क की निर्माण की अनुबंधित लागत 12 करोड़ निर्धारित की गई है। जबकि इसकी स्वीकृति लागत 18.11 करोड़ रखी गई थी। लेकिन निर्माण एजेंसी ने काफी बिलो रेट पर यह काम ले लिया। इस सडक का निर्माण वन टाइम इंप्रूवमेंट योजना के तहत कराया जा रहा है। निर्माण एजेंसी को इस सडक को पूरा करने के लिये वर्षांकाल मिलाकर 6 माह का समय दिया गया है।
बताया गया है कि सडक़ में सीआरएम का काम पूरा हो गया है। तीन दिन बाद डीएलसी का काम शुरू किया जायेगा। मऊगंज कलेक्टर अजय श्रीवास्तव (Mauganj Collector Ajay Srivastava) ने शुक्रवार को संविदाकार को बुलाकर सडक निर्माण के संबंध मैं चर्चा की गई।
कलेक्टर ने सिविल अस्पताल का किया औचक निरीक्षण
नवगठित मऊगंज जिले के कलेक्टर अजय श्रीवास्तव ने शुक्रवार को सिविल अस्पताल मऊगंज का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने चिकित्सकीय सुविधा सहित अस्पताल में साफ-सफाई का निरीक्षण किया तथा मरीजों से उनको मिलने वाले उपचार के संबंध में जानकारी ली।
कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान बीएमओ को निर्देश दिए कि अस्पताल में आने वाले मरीजों को पूरी संवेदना के साथ चिकित्सकीय सुविधा मिले तथा उनके परिजनों को अस्पताल परिसर में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो इसका ध्यान रखा जाए। उन्होंने अस्पताल मैं साफ-सफाई व्यवस्था में कमी होने पर नाराजगी व्यक्त की तथा निर्देश दिए कि अस्पताल सहित पूरे परिसर में सफाई की व्यवस्था दुरुस्त रखी जाए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि मरीजों को अस्पताल में किसी प्रकार की असुविधा न हो तथा उन्हें पूरी चिकित्सकीय सुविधा मिले। इसमे किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।