मऊगंज हिंसा: पुलिस ने लूटी राइफल बरामद की, अब तक 27 गिरफ्तार; SDOP ने सुनाई आपबीती

मऊगंज में पुलिस पर हमले के मामले में पुलिस ने लूटी हुई राइफल बरामद कर ली है और 27 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एसडीओपी अंकिता सुल्या ने बताया कि आरोपियों ने उन्हें जिंदा जलाने की कोशिश की थी।;

Update: 2025-03-18 16:28 GMT

मध्य प्रदेश के मऊगंज में पुलिस पर हुए पथराव और हिंसक घटनाओं के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने लूटी हुई राइफल बरामद कर ली है और अब तक 27 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। रीवा रेंज के आईजी ने बताया कि बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है।

एसडीओपी अंकिता सुल्या ने सुनाई आपबीती

इस घटना में एसडीओपी अंकिता सुल्या भी घायल हो गई थीं, जो अब स्वस्थ होकर ड्यूटी पर लौट आई हैं। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने उन्हें और पुलिस टीम को जिंदा जलाने की कोशिश की थी। एसडीओपी ने बताया कि आरोपी हमारे हत्या की साजिश रच चुके थे। जैसे ही उन्होंने हम पर पत्थरों और लाठी-डंडों से ताबड़तोड़ हमला किया। किसी कदर बचते बचाते हुए हमने उस कमरे के भीतर छिपकर खुद को बचाने की कोशिश की। लेकिन आरोपियों ने बाहर से ताला जड़ दिया।

"ना रहेगा बांस ना बजेगी बांसुरी"

एसडीओपी ने बताया कि इतने में एक युवक की आवाज सुनाई दी। उसने बोला कि पेट्रोल लेकर आओ। पेट्रोल ना मिले तो डीजल ले आओ। माचिस भी लेते ही आना। आग लगा दो इन सब पर। ना रहेगा बांस ना बजेगी बांसुरी। इतना सुनते ही हम सबकी सांस कमरे के भीतर अटक गई। वे बाहर से पेट्रोल और डीजल डालकर हमें जिंदा जलाने की साजिश रच रहे थे।

आरोपियों को पुलिस की गिरफ्त से छुड़ाने का दबाव

एसडीओपी ने बताया कि आरोपियों ने उन्हें हाईजैक करने के बाद मांग रखी कि युवक की हत्या के आरोप में जिन पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्हें तत्काल रिहा करो वरना हम बाहर से कमरे को आग के हवाले कर रहे हैं। यह सब सुनकर हम असमंजस की स्थिति में पड़ गए।

1 घंटे 10 मिनट बाद बैकअप पहुंचा

एसडीओपी ने बताया कि जिसके बाद लगातार हम अपने वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में रहे। उनके आश्वासन पर इस बात का इंतजार करते रहे कि पुलिस टीम का बैकअप जल्द से जल्द हम लोगों तक पहुंचाया जा सके। ताकि सभी पुलिसकर्मी सुरक्षित तरीके से बाहर जा सकें। आखिरकार 1 घंटे 10 मिनट बाद पुलिस टीम कड़ा संघर्ष करते हुए अपनी जान को जोखिम में डालकर उस घर तक पहुंच गई। जहां पर हमें बंधक बनाकर आरोपियों को रिहा करने के लिए बाध्य किया जा रहा था।

27 की हुई गिरफ्तारी: आईजी

पूरे मामले में आईजी साकेत पांडेय ने बताया कि अब तक पुलिस ने 27 लोगों को गिरफ्तार किया है। लगातार धर पकड़ की कार्रवाई जारी है। किसी भी आरोपी को बक्सा नहीं जाएगा। घटना वाले दिन से ही पुलिस पूरी तत्परता से काम कर रही है। घायल पुलिसकर्मी अब खतरे से खाली हैं।

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