MP के जबलपुर में मैगी नूडल्स में जिंदा कीड़े मिलने पर हंगामा, कंज्यूमर फोरम में शिकायत दर्ज
जबलपुर में एक उपभोक्ता ने मैगी नूडल्स के पैकेट में जिंदा कीड़े मिलने की शिकायत की है। उसने वीडियो बनाकर साक्ष्य के तौर पर पेश किया है और नेशनल कंज्यूमर फोरम में शिकायत दर्ज कराई है।
मध्य प्रदेश में जबलपुर के कंटगी क्षेत्र में एक ग्राहक द्वारा खरीदी गई मैगी नूडल्स में जिंदा कीड़े मिलने का मामला सामने आया है। ग्राहक अंकित सेंगर ने तीन दिन पहले पड़ोस की एक किराना दुकान से 7 रुपए वाले 10 मैगी नूडल्स के पैकेट खरीदे थे। उन्होंने बताया कि जब उनकी पत्नी नूडल्स बना रही थीं, तो उनके बेटे ने एक पैकेट खोला और पानी में डालते ही कीड़े तैरने लगे। इस घटना के बाद उन्होंने नूडल्स को एक पॉलिथीन में सुरक्षित रख लिया और तुरंत नेशनल कंज्यूमर फोरम की हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज की।
अंकित सेंगर का कहना है कि नूडल्स की पैकेजिंग डेट मई 2024 और एक्सपायरी डेट जनवरी 2025 थी। शिकायत के बाद उन्हें बताया गया कि मंगलवार को जबलपुर के फूड सेफ्टी ऑफिसर उनके घर आकर सैंपल लेंगे और नेस्ले कंपनी की टीम भी संपर्क करेगी।
फूड सेफ्टी जांच के इंतजार में ग्राहक
ग्राहक ने इस मामले में पारस पतंजलि नामक दुकान पर शिकायत की, लेकिन दुकानदार ने इसे कंपनी की गलती बताया। अब यह मामला खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के अधीन है, और जांच की प्रक्रिया जारी है। फूड सेफ्टी ऑफिसर सोमवार को जांच के लिए सैंपल लेंगे, ताकि इस घटना की सत्यता की पुष्टि की जा सके।
मैगी पर पहले भी लग चुका है प्रतिबंध
2015 में मैगी नूडल्स पर केमिकल की तय सीमा से अधिक होने के आरोपों के चलते पूरे देश में 6 महीने के लिए प्रतिबंध लगाया गया था। उस समय, नेस्ले को लगभग 38,000 टन मैगी नूडल्स वापस मंगानी पड़ी थीं। नवंबर 2015 में प्रतिबंध को हटाया गया था, और इसके बाद मैगी ने दोबारा बाजार में अपनी जगह बनाई।
कंज्यूमर केस और कानूनी विवाद
अप्रैल 2023 में नेशनल कंज्यूमर डिस्प्यूट्स रिड्रेसल कमीशन (NCDRC) ने मैगी नूडल्स की बिक्री के खिलाफ सरकार की याचिका खारिज की थी। इस याचिका में सरकार ने नेस्ले से करोड़ों रुपए का मुआवजा और हर्जाना मांगा था।