जबलपुर : भयावह हुआ कोरोना, लगातार जल रहीं चिताएं
जबलपुर (Jabalpur News in Hindi) : कोरोना का असर जबलपुर में साफ दिख रहा हैं। हालत यह है कि कोरोना मरीजों का जिन श्मशान घाटों में अंतिम संस्कार हो रहा है वहां की आग ठंडी नहीं हो रही है। बताया तो यहां तक जाता है कि जबलपुर का चैाहानी श्मशान घाट काशी के घाट जैसा दिख रहा है। प्रतिदिन 10 से 12 लोगो की मौत एक दिन मंे हो रही है।
जबलपुर (Jabalpur News in Hindi) : कोरोना का असर जबलपुर में साफ दिख रहा हैं। हालत यह है कि कोरोना मरीजों का जिन श्मशान घाटों में अंतिम संस्कार हो रहा है वहां की आग ठंडी नहीं हो रही है। बताया तो यहां तक जाता है कि जबलपुर का चैाहानी श्मशान घाट काशी के घाट जैसा दिख रहा है। प्रतिदिन 10 से 12 लोगो की मौत एक दिन मंे हो रही है।
रूह कंपा रही श्मशानों की तस्वीर
कोरोना में थोड़ी सी लापरवाही कैसे भारी पड़ रही है। यह श्मशानों की तस्वीरों को देखकर लगाया जा सकता है। हालत यह है कि शवों को जगह नही मिल पा रही है। एक साथ कई चिताएं जल रही है। वही कई शवों को वेटिंग में भी रखा जा रहा है।
याद आया काशी घाट
बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी जिसे अब वाराणसी कहा जाता है। वहां वैदिक रिवाज से 24 घंटे चिता जलने का प्रावधान है। लेकिन आज शहर का चैहानी श्मशान घाट पूरी तरह से काशी के श्मशान घाट जैसा दिख रहा है।
लाॅकडाउन को मजाक समझ रहे लोग
इतनी भयावह तस्वीरे सामने आने के बाद भी लोग लॉकडाउन का मजाक बना रहे हैं। यहां तक की लोग पार्टी करने में मस्त हैं। कोरोना संक्रमण रोकने के लिए सरकार हर दिन नियम शख्त कर रही है। कई तरह के प्रतिबंध लगाए जा रहे है। उसके बाद भी लोग बेपरवाह बने हुए है।
प्रतिदिन 10 से 12 शवों का अंतिम संस्कार
अगर सरकारी आंकडों पर गौर किया जाय तो हर दिन 10 से 12 केारोना सस्पेक्टेड़ रोगियों की मौत हो रही है। लेागों को शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। आये दिन यह संख्या बढ़ने के साथ ही भयावह होने की ओर इशारा कर रही है।