जबलपुर मेडिकल में कैंसर इंस्टीट्यूट का हाल, भवन तैयार, बिस्तर उपकरण व स्टाफ लापता..
जबलपुर / Jabalpur News : नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कालेज में विगत 6 वर्षों से स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट का निर्माण कार्य चल रहा है। इसका
जबलपुर मेडिकल में कैंसर इंस्टीट्यूट का हाल, भवन तैयार, बिस्तर उपकरण व स्टाफ लापता..
जबलपुर / Jabalpur News : नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कालेज में विगत 6 वर्षों से स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट का निर्माण कार्य चल रहा है। इसका शुभारंभ कब होगा इसकी जानकारी किसी को नही है। विध्य तथा महाकौशल के सैकड़ो कैंसर रोगी प्रतिदिन इलाज के लिए दूसरे बडे शहरो में भटक रहे हैं। प्रदेश की सरकार वायदे पर वायदे कर रही है लेकिन इस ओर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार मेडिकल कालेज अंतर्गत स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट का निर्माण कार्य चल रहा है। बताया जाता है कि भवन बनकर तैयार हो गया है। लेकिन अभी कालेज को हैंण्डओवर नही किया गया है। वहीं शासन स्तर से अभी न तो उपकरण उपल्ब्ध करवाए गये है और न ही बिस्तर। स्टाफ की भर्ती कब होगी किसी को नही पता है।
वर्तमान में मौजूद स्टाफ और सुविधा की अगर बात करें तो पता चलता है कि वहां बहुत ही सीमित है। जहां प्रतिदिन 200 मरीज आते हैं। वहां मात्र 53 बिस्तर है। जो 23 पुरुषों और 30 महिलाओं के लिए है। 4 डाक्टर इनका इलाज कर रहे हैं।
श्याम शाह मेडिकल कालेज मेें कैसर इलाज की कोई विशेष सुविधा न होने से रोगियो केा जबलपुर मेडिकल ही रेफर किया जाता है। विध्य के इस इंकलौते मेंडिकल कालेज में रीवा के साथ ही सीधी, सतना, सिंगरौली, पन्ना, उमरिया, शहडोल से भी कैंसर रोगियों का आना होता है लेकिन यहां सुविधा न होने से लोगों को एसएस मेडिकल कालेज जबलपुर ही रेफर करता है।
श्याम शाह मेडिकल कालेज मेें कैसर इलाज की कोई विशेष सुविधा न होने से रोगियो केा जबलपुर मेडिकल ही रेफर किया जाता है। विध्य के इस इंकलौते मेंडिकल कालेज में रीवा के साथ ही सीधी, सतना, सिंगरौली, पन्ना, उमरिया, शहडोल से भी कैंसर रोगियों का आना होता है लेकिन यहां सुविधा न होने से लोगों को एसएस मेडिकल कालेज जबलपुर ही रेफर करता है।