Railway News: एमपी के इंदौर में एसी कोच को किया अलग, अवंतिका एक्सप्रेस की छत से टपकने लगा पानी
MP News: बरसात का मौसम प्रारंभ होने के साथ ही सड़कों पर जलभराव व घर में पानी रिसने की घटनाएं सामने आने लगती हैं। किंतु ट्रेन की छत से पानी टपकने लगे और यात्रियों को परेशान होना पड़े तो इसे रेलवे की लापरवाही ही कही जा सकती है।
बरसात का मौसम प्रारंभ होने के साथ ही सड़कों पर जलभराव व घर में पानी रिसने की घटनाएं सामने आने लगती हैं। किंतु ट्रेन की छत से पानी टपकने लगे और यात्रियों को परेशान होना पड़े तो इसे रेलवे की लापरवाही ही कही जा सकती है। ऐसा ही एक मामला अवंतिका एक्सप्रेस ट्रेन का सामने आया है। जिसके एसी कोच की छत से बारिश का पानी अंदर टपकने लगा। जिससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। जिसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
एसी कोच में रिसने लगा पानी
अवंतिका एक्सप्रेस में सफर कर रहे एक यात्री ने कोच में पानी रिसने का वीडियो बनाकर ट्विटर पर शेयर किया। जिसके बाद यह वीडियो तेजी से वायरल होने लगा। इसके वायरल होने के बाद रेल प्रशासन एक्शन लेते हुए तुरंत उसे ठीक करवाने का फैसला किया। जानकारी के मुताबिक शनिवार की रात मुंबई से रवाना होने के बाद अवंतिका एक्सप्रेस के एसी कोच के एयर कंडीशनिंग वेंट से तेजी से पानी टपक रहा था। जहां पर पानी टपक रहा था वहीं यात्रियों की सीट भी मौजूद थी। ट्रेन की छत से अचानक तेजी से पानी टपकने से यात्रियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा।
इंदौर में कोच को किया अलग
बारिश के मौसम ने रेल यात्रियों की भी परेशानी बढ़ा दी। अवंतिका एक्सप्रेस में सफर कर रहे यात्री रात को सो रहे थे। ऐसे में उनके ऊपर पानी गिरने लगा। यह पानी बारिश का था जो एसी कोच की छत से तेजी से टपकने लगा। पानी ऊपर गिरने से यात्रियों की नींद खुली और जब तक कुछ समझ पाते तक तक उनका पूरा सामान पानी से भीग चुका था। इस दौरान यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। उन्होंने सीट के नीचे बैठकर अपना सफर तय किया। इस मामले की शिकायत यात्रियों द्वारा रेल मंडल को भी की गई। जिसके बाद ट्रेन जैसे ही इंदौर पहुंची तुरंत उसके एसी कोच को अलग किया गया। इस मामले को लेकर रेल प्रबंधन जानकारी जुटाने में लग गया है। यहां पर यह बता दें कि अवंतिका एक्सप्रेस का रखरखाव रतलाम मंडल के इंदौर डिपो में ही होता है। ऐसे में किसी भी तरह की गड़बड़ी सामने आती है तो उसकी जिम्मेदारी भी डिपो की ही होती है। फिलहाल रेलवे प्रबंधन द्वारा मामले की जांच प्रारंभ कर दी गई है।