24 घंटे के भीतर केजरीवाल को चार झटके: दिल्ली सरकार में मंत्री राजकुमार आनंद ने AAP छोड़ा, भ्रष्टाचार को लेकर पार्टी पर निशाना साधा
शराब नीति मामले में तिहाड़ जेल में कैद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक के बाद एक चार झटके 24 घंटे के भीतर लगे हैं। अब दिल्ली सरकार के मंत्री राजकुमार आनंद ने भी मंत्री पद से इस्तीफा देकर AAP को अलविदा कह दिया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शराब नीति मामले में तिहाड़ जेल में कैद हैं। इधर उनकी आम आदमी पार्टी (AAP) ताश के पत्तों की तरह बिखरती जा रही है। केजरीवाल को 24 घंटे के अंदर चार बड़े झटके लगे हैं। तीन कोर्ट से जुड़े और एक सरकार एवं पार्टी से जुड़ा झटका है। अब केजरीवाल सरकार के कैबिनेट मंत्री राजकुमार आनंद ने मंत्री पद से इस्तीफा देते हुए पार्टी को अलविदा कह दिया है। साथ ही भ्रष्टाचार को लेकर AAP की नीतियों पर सवाल उठाया है।
दिल्ली सरकार के मंत्री राजकुमार आनंद ने इस्तीफा दिया
दिल्ली के पटेल नगर से विधायक राजकुमार आनंद ने बुधवार को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। वे 2020 में पहली बार आप के सेंबल से जीतकर पटेल नगर के विधायक बनें थे। इससे पहले उनकी पत्नी वीणा आनंद भी इसी विधानसभा से एमएलए रह चुकी हैं। दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम की जगह राजकुमार आनंद को केजरीवाल की कैबिनेट में जगह दी गई थी।
मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद राजकुमार आनंद ने आम आदमी पार्टी की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने के बाद आनंद ने कहा कि भ्रष्टाचार को लेकर पार्टी में जो नीति है, वे उससे सहमत नहीं हैं।
बता दें बीते साल नवंबर में ED ने राजकुमार आनंद के ठिकानों पर रेड की थी। यह ठीक उससे पहले हुआ जब ED ने केजरीवाल को शराब घोटाले में पूछताछ के लिए समन जारी किया था। ईडी ने मंत्री आनंद के सिविल लाइंस स्थित आधिकारिक आवास समेत 9 जगहों पर छानबीन की थी।
24 घंटे में केजरीवाल को चार झटके
- पहला झटका: मंगलवार को गिरफ्तारी और कस्टडी को लेकर केजरीवाल ने हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। इस मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने केजरीवाल की गिरफ्तारी और ED की कार्रवाई को सही ठहराया।
- दूसरा झटका: केजरीवाल को दूसरा झटका बुधवार को लगा। केजरीवाल ने वकीलों के जरिए एक याचिका लगवाई थी कि हफ्ते में 5 बार वकीलों से मुलाक़ात के लिए तिहाड़ जेल प्रशासन को आदेशित किया जाय। इस मामले में भी केजरीवाल को राउज एवेन्यू कोर्ट से निराशा हाथ लगी।
- तीसरा झटका: बुधवार दोपहर सुप्रीम कोर्ट ने भी केजरीवाल को झटका दे दिया। केजरीवाल ने दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले को सुको में चुनती दी थी और तत्काल सुनवाई की मांग की थी। इस पर भी उन्हे एक हफ्ते का इंतजार करना होगा। सोमवार से पहले सुनवाई होने की गुंजाइश नहीं है।
- चौथा झटका: भ्रष्टाचार के खिलाफ नारे लेकर केजरीवाल की सत्ता दिल्ली में आई थी। लेकिन खुद केजरीवाल ही भ्रष्टाचार के मामले में जेल की सलाखों के पीछे हैं। कई शीर्ष नेता जेल में हैं और अब कई साथी साथ छोडकर जा रहें हैं। बुधवार को पटेल नगर विधायक और दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री राजकुमार आनंद ने भी मंत्रिपद और पार्टी से इस्तीफा दे दिया।