Ambedkar Jayanti 2022: डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने की घोषणा, जानें
दिल्ली के खिचड़ीपुर स्थिति स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलैंस में आयोजित एक समारोह में सीएम केजरीवाल(Delhi CM) ने कहा कि इन स्कूलों से पढ़कर बच्चे इंजीनियर, वैज्ञानिक, डॉक्टर बनेंगे।;
Ambedkar Jayanti 2022: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल( Arvind Kejriwal) ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर(Br. Ambedkar Jayanti) की 131 वीं जयंती के अवसर पर घोषणा की, कि दिल्ली सरकार के 30 स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलैंस बाबा साहब अंबेडकर के नाम से ही जाने जाएंगे। दिल्ली के खिचड़ीपुर स्थिति स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलैंस में आयोजित एक समारोह में सीएम केजरीवाल(Delhi CM) ने कहा कि इन स्कूलों से पढ़कर बच्चे इंजीनियर, वैज्ञानिक, डॉक्टर बनेंगे। देश के हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिले बाबा साहब का सपना था। तभी देश की तरक्की होगी। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले 75 साल में सरकारी स्कूलों को जानबूझकर और खराब से खराब किया गया। हम लोगों ने सबके सहयोग से सिर्फ 5 साल में दिल्ली के सरकारी स्कूलों को शानदार बना दिया। अब राजनीति के अंदर स्कूलों की बात होने लगी है।
एमबीए प्रोग्राम की ऑनलाइन आवेदन की अंतिम जानें (MBA Online Application Last Date):
दिल्ली में इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय ने एमबीए प्रोग्राम के लिए ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तारीख 30 अप्रैल कर दी है जो पहले 15 अप्रैल थी। आईपी यूनिवर्सिटी द्वारा जारी नोटिस में लिखा है कि उम्मीदवार अब एमबीए प्रोग्राम में एडमिशन(MBA Admission) के लिए 30 अप्रैल 2022 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके तहत एमबीए इंटरनेशनल बिजनेस, एमबीए फाइनेंसियल मैनेजमेंट, एमबीए फाइनेंशियल अनालिसिस और एमबीए एनालिसिस जैसे market-oriented डिसिप्लेनस शामिल हैं। मेरिट के आधार पर दाखिले किए जाएंगे। यह प्रोग्राम यूनिवर्सिटी कैंम्पस के अलावा 15 संस्थानों में उपलब्ध है, जिसमें कुल 1400 सीटें हैं।
सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए जेएनयू के कुलपति प्रोफेसर ने लिया फैसला:
दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय(JNU Delhi) की मौजूदा सिक्योरिटी कंपनी को बदलने की तैयारी शुरू हो गई है। जेएनयू की कुलपति प्रोफेसर शांति श्री पंडित ने सुरक्षा को मध्य नजर रखते हुए फैसला लिया है। रामनवमी के दिन पूजा और नॉनवेज खाने को लेकर हुए विवाद और परिसर में बढ़ रही चोरी की घटनाओं को मध्य नजर रखते हुए विवि प्रशासन ने मौजूदा सिक्योरिटी कंपनी को बदलने का कड़ा फैसला लिया है। वीसी पंडित (JNU VC)ने कहा कि छात्र और कैंपस में रह रहे लोगों की सुरक्षा सर्वोपरि है। और उनके हित में ही यह फैसला लिया गया है। विवि की मौजूदा सिक्योरिटी कंपनी छात्रों के बीच सुरक्षा का भाव नहीं पैदा कर पा रही है। जेएनयू शिक्षक संघ और छात्र संघ 2 साल से मौजूदा सिक्योरिटी कंपनी को बदलने की मांग कर रहे हैं।