जमीनी विवाद को लेकर पुजारी को जलाया गया जिन्दा, जानिए क्या है पूरा मामला
राजस्थान में एक दिल दहला लेने वाली घटना सामने आई है. जमीनी विवाद में एक पंडित को जिन्दा जला दिया गया. बाद में उसे उपचार के लिए
राजस्थान में एक दिल दहला लेने वाली घटना सामने आई है. जमीनी विवाद में एक पंडित को जिन्दा जला दिया गया. बाद में उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। इस पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अफ़सोस व्यक्त किया।
सीएम गहलोत ने कहा
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि समाज में इस तरह के कृत्य के लिए कोई जगह नहीं है. सीएम ने अपने ट्विटर हैंडल पर कहा, सपोटरा, करौली में बाबूलाल वैष्णव जी की हत्या अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण एवं निंदनीय है, सभ्य समाज में ऐसे कृत्य का कोई स्थान नहीं है. प्रदेश सरकार इस दुखद समय में शोकाकुल परिजनों के साथ है. घटना के प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है एवं कार्रवाई जारी है. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.'
इस मामले में केंद्रीय जल संसाधन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट कर कहा, 'करौली में एक मंदिर के पुजारी को जिंदा जला देना राजस्थान की दुर्दशा का हाल बता रहा है. अशोक जी राजस्थान को बंगाल बनाना चाहते हैं या राज्य जिहादियों को सौंप दिया है या इसका भी ठीकरा अपने राजकुमार की तरह मोदी जी या योगी जी पर फोड़ोगे?'
क्या है पूरा मामला
यह पूरा मामला करौली में जमीनी विवाद को लेकर हुआ है.आरोप है की दबंगो ने जमीन पर कब्ज़ा करने के लिया पुजारी को जलाकर मार डाला। फ़िलहाल पुजारी का परिवार एमएसएस अस्पताल के बाहर धरने पर बैठ गया है. शव को करोली पहुंचाया जायेगा। ब्राह्मण समाज, पुजारी संघ, बजरंग दल, बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार कर उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की है. इसके साथ ही पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा और एक सरकारी नौकरी देने की भी मांग की गई है.