क्या खतरे में हैं सीएम भूपेश बघेल की कुर्सी? छत्तीसगढ़ कांग्रेस के विधायक फिर दिल्ली पहुंच रहें
माह भर पहले छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल ने दिल्ली में कांग्रेस विधायकों का शक्ति प्रदर्शन कराया था. अब एक बार फिर कई विधायक दिल्ली पहुंचे हुए हैं.
पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) का मसला अभी तक शांत नहीं हुआ और इधर, छत्तीसगढ़ के कांग्रेस (Chhattisgarh Congress) विधायक एक बार फिर दिल्ली पहुंचने लगे हैं. माह भर पहले भी छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल (CG CM Bhupesh Baghel) ने दिल्ली में विधायकों के साथ शक्ति प्रदर्शन किया था. जिसके बाद ढाई ढाई साल सीएम पर चर्चा रुक गई थी.
अब छत्तीसगढ़ में ढाई-ढाई साल के सीएम पद वाले विवाद के चलते कांग्रेस विधायक लगातार दिल्ली पहुँच रहें हैं. आज भी 4 विधायक दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं. अब तक 19 कांग्रेस विधायक दिल्ली पहुंच चुके हैं. लेकिन 25 से अधिक विधायकों का दिल्ली में जमे होने का दावा किया जा रहा है. बता दें छत्तीसगढ़ में 90 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से 70 सीटों में कांग्रेस विधायकों की जीत हुई थी.
फिर घमासान के संकेत
बता दें, माह भर पहले भी ऐसा ही माहौल निर्मित हो गया था. जिसके बाद सीएम भूपेश बघेल ने दिल्ली में विधायकों के साथ शक्ति प्रदर्शन कर ढाई ढाई साल के सीएम के विवाद की चर्चा पर विराम लगा दिया था. लेकिन एक बार फिर कांग्रेस विधायकों का दिल्ली कूच करना छत्तीसगढ़ की राजनीति में बड़े घमासान का संकेत दे रहा है.
भूपेश बघेल बनाम टीएस सिंह देव
दरअसल, छत्तीसगढ़ में इन दिनों भूपेश बघेल बनाम टीएस सिंह देव जोरों पर है. दोनों के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है. कांग्रेस के वरिष्ठ एवं दिग्गज नेता टीएस सिंह देव सीएम पद पर बैठना चाह रहें हैं और भूपेश बघेल कुर्सी हांथ से जाने नहीं देना चाहते हैं. इसलिए टीएस सिंह देव ने बगावती तेवर अपना रखे हैं. मुख्य विवाद ढाई ढाई साल में सीएम की कुर्सी रोटेशन का है.
ढाई साल पहले छत्तीसगढ़ में भारी बहुमत से आई कांग्रेस सरकार में 17 दिसम्बर 2018 को भूपेश बघेल मुख्यमंत्री बनाए गए थे. माना जाता है कि तब कांग्रेस ने छतीसगढ़ के वर्तमान स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव को ये कह कर बघेल के नाम पर राज़ी किया था कि ढाई साल बाद मुख्यमंत्री का चेहरा बदल दिया जाएगा.