ईओडब्ल्यू की कार्यवाही : भ्रष्टाचारी अधिकारी की प्रॉपर्टी अटैच, होगी कुर्की

ईओडब्ल्यू ने कार्यवाही करते हुए भ्रष्टाचारी अधिकारी की प्रॉपर्टी अटैच की है।

Update: 2021-09-09 10:13 GMT

ईओडब्ल्यू ने 11 वर्ष पूर्व रिटायर हो चुके आईडीए के इंजीनियर पर कार्रवाई करते हुए करोड़ों की सम्पत्त का पता लगाया था। जिसका चालान पेश किया गया। बाद में ईओब्ल्यू ने पता की गई सम्पत्ति का व्यौरा न्यायालय में पेश कर उसे अटैच करने का आवेदन लगाया था। जिसे अब मंजूरी मिल गई हैं। डेढ़ दर्जन से अधिक प्रॉपर्टियों को अटैच करने की कार्रवाई शुरू हो गई। बची हुई प्रापर्टी को आज अटैच किया जा रहा है।

क्या है मामला

जानकारी के अनुंसार वर्ष 2010 में आईडीए के तत्कालीन इंजीनियर विमल गंगवाल के घर ईओडब्ल्यू छापा मारा था। छापे की कार्रवाई में करोड़ो की सम्पत्ति का खुलासा करते हुए कोर्ट में चालान पेश किया गया। आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में ईओडब्ल्यू ने इंजीनियर विमल गंगवाल के साथ ही उनकी पत्नी ओर बेटे को भी आरेपी बनाया था। काफी समय तक तीनो न्यायालय में हाजिर नही हो रहे थे। जिस पर न्यायालय ने तीनों के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया।

अग्रिम जमानत याचिका खारिज

जिसके बाद इंजीनियर विमल गंगवाल ने विशेष न्यायालय के बाद दो बार हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए प्रयास करते हुए याचिका लगाई लेकिन हर बार न्यायालय ने आवेदन खारिज कर दिया गया। ऐसे में वर्ष 2016 में उन्हे न्यायालय मे हाजिर होना पड़ा। विशेष न्यायालय ने विमल गंगवाल को पत्नी-बेटे समेत जेल भेज दिया था।

पत्नी और बेटे के नाम से खारीदी थी सम्पत्ति

ईओडब्ल्यू की कार्रवाई में कई दस्तावेजों मिले। जांच में पता चला कि इंजीनियर विमल गंगवाल ने अवैध सम्पत्ति पहली पत्नी मीना, दुसरी पत्नी प्रतिभा और बेटे नितिन के नाम पर खरीदी थी। ऐसे में ईओडब्ल्यू ने सम्पत्ति अटैच करने न्यायालय में आवेदन लगाया जिसे मंजूर कर लिया गया।

यह सम्पत्ति हो रही अटैच

जनकारी के अनुसार बसंत बिहार कालोनी तथा स्नेहलतागंज में आलीशान भवन , मेट्रो टावर में 7 दुकानें हैं , जंजीरवाले चौराहे पर एक दुकान , स्कीम नम्बर 97 ग्राम राऊ , ग्राम करवासा , ग्राम डेहरिया बड़वाह की भूमि शामिल हैं। जिस पर कुर्की की कार्यवाही की जा रही है ।

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