खाद संकट से निपटने यूपी सरकार के कड़े तेवर, ज्यादा खाद खरीदने वाले किसानों की होगी जांच
UP Agriculture News: ज्यादा खाद खरीदने वाले किसानों की जांच करेगी उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की योगी सरकार
Uttar pradesh agriculture news: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के किसान खाद (fertilizer) संकट से जूझ रहे हैं। एक ओर किसानों का कहना है कि उन्हें मांग के अनुसार खाद नहीं मिल रही है तो वही सरकार का कहना है प्रदेश में किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध करवाई जा रही है। सरकार और किसानों के बीच खाद को लेकर मौजूदा मतभेद को दूर करने सरकार कड़े तेवर अपना रही है। क्योंकि आंकड़े बता रहे हैं के आधे खाद की आपूर्ति की जा चुकी है शेष के लिए प्रक्रिया जारी है। वही अभी बोनी भी आधे से ज्यादा है। ऐसे में खाद का संकट होना समझ के परे है। सरकार द्वारा वितरित की गई खाद कहां गई इस पर विभागीय अधिकारी ज्यादा खाद लेने वाले किसानों की जांच कर सकते हैं।
खाद्य संकट वाले जिलों में प्रशासन की पैनी नजर
एक और जहां सरकार खाद उपलब्ध करवाने की बात कह रही है। वही विपक्ष सरकार पर आरोप लगा रहे हैं कि खाद ढूंढे नहीं मिल रही। ऐसे में सरकार खाद संकट वाले जिलों में खाद वितरण को लेकर सख्त रुख अपना रही है। ज्यादा मात्रा में जिन किसानों को खाद दिया गया है उनके संबंध में जानकारी एकत्र की जाएगी।
दुकानदार कर रहे मनमानी
खाद संकट के मामले पर कृषि विभाग का कहना है के दुकानदार सही तरीके से खाद का वितरण नहीं कर रहे हैं। विभाग का कहना है कि जांच के दौरान पता चला है की दुकानदार एक ही किसान को 50-50 बोरी खाद बेच दी है। जबकि 50 बोरी खाद लेने वाले किसान के पास उस अनुपात में जमीन नहीं है।
जांच की रूपरेखा तैयार
जानकारी मिल रही है कि कृषि निदेशालय ने खाद की कमी को देखते हुए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा है। इस प्रस्ताव में 100 किसानों की लिस्ट तैयार की गई है। इन किसानों द्वारा ज्यादा मात्रा में खाद की खरीदी की गई है। विभागीय अधिकारी मौके पर किसान के घर जाकर यह जानने का प्रयास करेंगे की किसान ने कितने रकवे में खेती की है, कितनी खाद लाई गई थी, कितनी खाद का उपयोग किया जा चुका है तथा कितनी खाद शेष बची हुई है।