महाकुंभ मेला 2025: प्रयागराज में भगदड़ के बाद सख्ती, 15 किमी दूर होगी पार्किंग; जानिए नए नियम और ज़रूरी जानकारी

प्रयागराज महाकुंभ मेला 2025 में भगदड़ के बाद प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है और कई नए नियम लागू किए हैं। जानिए मेला क्षेत्र में आवागमन, पार्किंग, ट्रेन सेवाओं और अन्य ज़रूरी बातों की जानकारी।;

Update: 2025-01-30 15:44 GMT

महाकुंभ मेला 2025 में मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ के बाद प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है और मेला क्षेत्र में कई नए नियम लागू किए हैं। प्रशासन ने 5 बड़े बदलाव किए हैं। अब पूरा मेला क्षेत्र नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है। इससे किसी भी तरह के वाहनों को अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी। पूरे प्रयागराज शहर में चार पहिया वाहनों पर रोक रहेगी। सिर्फ बाइक चल सकती हैं। 4 फरवरी तक सभी वीवीआईपी पासों को रद्द कर दिया गया है। अगर आप भी महाकुंभ मेला जाने की योजना बना रहे हैं, तो यह ज़रूरी जानकारी आपके लिए बहुत काम की है।

मेला क्षेत्र में आवागमन

नो व्हीकल ज़ोन: पूरे मेला क्षेत्र को नो व्हीकल ज़ोन घोषित कर दिया गया है। अब किसी भी तरह के वाहनों को अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी।

प्रयागराज में चार पहिया वाहनों पर रोक: पूरे प्रयागराज शहर में चार पहिया वाहनों पर रोक रहेगी। सिर्फ़ दोपहिया वाहनों को चलने की अनुमति होगी।

पैदल चलना होगा: मेला क्षेत्र में एंट्री के लिए आपको पैदल ही जाना होगा।

पार्किंग व्यवस्था

शहर के बाहर अलग-अलग दिशाओं से आने वाले वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था की गई है। यह सभी पार्किंग संगम से 10-15 किलोमीटर दूर हैं। यहां से आपको पैदल ही मेला क्षेत्र तक जाना होगा।

जौनपुर से आने वालों के लिए: चीनी मिल झूंसी और पूरेसूरदास गारापुर रोड पार्किंग

वाराणसी से आने वालों के लिए: शिवपुर उस्तापुर पटेल बाग और कान्हा मोटर्स पार्किंग

कानपुर, लखनऊ, प्रतापगढ़ से आने वालों के लिए: बेली कछार और बेला कछार पार्किंग

रीवा रोड से आने वालों के लिए: नैनी एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट पार्किंग और नव प्रयागम पार्किंग

मिर्जापुर से आने वालों के लिए: देवरख उपरहार और सरस्वती हाईटेक पार्किंग

कौशांबी से आने वालों के लिए: नेहरू पार्क पार्किंग और एयरफोर्स मैदान पार्किंग

ट्रेन से आने वालों के लिए

प्रयागराज में कई रेलवे स्टेशन हैं, जैसे कि प्रयागराज जंक्शन, संगम, प्रयाग, दारागंज, आदि। इन स्टेशनों से संगम तक की दूरी 3 से 16 किलोमीटर तक है। आप यहां से पैदल या फिर दोपहिया वाहन से मेला क्षेत्र के बाहर तक आ सकते हैं।

हवाई अड्डे से आने वालों के लिए

हवाई अड्डे से आप कार से हाईकोर्ट फ्लाईओवर तक आ सकते हैं। फिर आपको दोपहिया वाहन से मेला क्षेत्र के बाहर तक आना होगा और वहां से पैदल ही संगम तक जाना होगा।

महाकुम्भ 2025: प्रयागराज के लिए ट्रेन सेवाएं

प्रयागराज से कई शहरों के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं।

कुछ नियमित ट्रेनें रद्द भी की गई हैं।

आप रेलवे की वेबसाइट या ऐप से ट्रेनों की जानकारी ले सकते हैं।

महाकुम्भ 2025 में शामिल होने के लिए अन्य ज़रूरी जानकारी

मेला क्षेत्र तक पहुंचने के लिए दोपहिया वाहन मिलना मुश्किल हो सकता है।

VVIP पास रद्द कर दिए गए हैं और कोई प्रोटोकॉल नहीं रहेगा।

मेला क्षेत्र में फंसे वाहनों को बाहर निकाला जा रहा है।

कल्पवासियों के लिए सामान पहुंचाने के लिए भी पैदल ही जाना होगा।

संगम तक आना-जाना पहले से आसान है।

सभी मंदिर खुले हैं, लेकिन बसंत पंचमी पर कुछ प्रतिबंध लग सकते हैं।

संगम से अखाड़ों तक पहुंचने के लिए 2-2.5 किलोमीटर पैदल चलना होगा।

दिव्यांग और बुजुर्गों के लिए कोई अलग व्यवस्था नहीं है।

नावें चल रही हैं, लेकिन बसंत पंचमी पर रोक लग सकती है।

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