लखीमपुर: मृतकों के परिजनों 45 लाख मुआवज़ा और एक को नौकरी, HC के रिटायर्ड जज करेंगे जांच
उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा की आग राजधानी लखनऊ पहुंच गई है. कई विपक्षी नेताओं को नजरबंद किया गया है.;
मृतकों के परिवार को मिलेगा 45 लाख मुआवज़ा, घायलों को मिलगा 10 लाख
लखीमपुर खीरी में मारे गए किसानों के परिवार को राज्य सरकार ने 45 लाख रुपए का मुआवजा और घयलों को 10 लाख रुपए देने का आश्वासन दिया है। इतना ही नहीं मृतकों के परिवार में से किसी एक सदस्य को सरकार नौकरी देने का भी वादा सरकार की ओर से किया गया है। सोमवार को यूपी के डीजीपी ने सरकार की तरफ से मीडिया से बात की और मुआवज़ा राशि देने की बात कही। इस दौरान किसान नेता राकेश टिकैत भी DGP के बगल में बैठे दिखे।
उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Khiri) में रविवार को हुई हिंसा की आग राजधानी लखनऊ तक पहुंच गई है. राज्य में कई विपक्षी नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है. सपा अध्यक्ष और उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. दरअसल अखिलेश को राज्यपुलिस लखीमपुर खीरी जाने से रोक रही थी इतने में ही वो सड़क पर ही प्रदर्शन करने लगे जिसके बाद पुलिस ने उन्हें अरेस्ट कर लिया। गौरतलब है कि बीते रविवार को लखीमपुर खीरी में किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान केंद्रीय राज्य गृह मंत्री के अजय मिश्र के बेटे आशीष मिश्र ( सोनू ) के काफिले से कुचले जाने पर 9 लोगों की मौत हो गई है। जिसके बाद ये मामला जंगल में लगी आग की तरह भड़कता जा रहा है। उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की एक गाडी को आग के हवाले कर दिया है।
कई नेता हॉउस अरेस्ट
उत्तरप्रदेश पुलिस ने हिंसा को रोकने के लिए कई नेताओं को हॉउस अरेस्ट कर दिया है, जिसमे बसपा महासचिव सतीश मिश्रा, कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी, सलमान खुर्शीद, आराधना मिश्रा और शिवपाल यादव शामिल हैं। वहीं कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गाँधी को तो पुलिस ने सवेरे ही लखीमपुर जाने के दौरान हिरासत में ले लिया है।
आशीष मिश्रा सहित 14 पर 9 लोगों की हत्या का केस दर्ज
केंद्रीय राज्य गृह मंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष मिश्र समेत 14 लोगों के खिलाफ हत्या, आपराधिक साजिश और बलवे का केस दर्ज हो गया है। ये मामला बहराइच के नानपारा में रहने वाले जगजीत सिंह की तहरीर पर तिकुनिया थाने में लिखा गया है। इन सभी आरोपियों पर 9 लोगों की हत्या करने का केस दर्ज किया गया है। यहाँ ध्यान देने वाली बात ये है की जब रविवार दोपहर को यह घटना घटित हुई थी तब मरने वालों की संख्या 2 बताई गई थी और 8 लोगों के घायल होने की पुष्टि की गई थी लेकिन देर शाम तक मरने वालों की संख्या 8 हो गई वही सोमवार को सुबह एक स्थानीय पत्रकार का भी शव बरामद हुआ जिससे मरने वालों की संख्या 9 हो गई।
CM भूपेश बघेल को लखनऊ जाने से रोका
जहाँ यूपी पुलिस ने अखिलेश यादव और प्रियंका गाँधी को लखीमपुर जाते वक़्त हिरासत में ले लिया और उनके गेस्ट हॉउस में बंद कर दिया वहीँ छत्तीसगढ़ के CM भूपेश सिंह बघेल को लखनऊ जाने से रोक दिया गया, उन्हें एयरपोर्ट से ही वापस लौटा दिया गया जबकि आप नेता संजय सिंह को लखीमपुर जाने से रोका गया।
इस्तीफा दें अजय मिश्र
अखिलेश यादव समेत सभी प्रदर्शनकारी एक ही मांग कर रहे हैं वह सभी आरोपी आशीष मिश्र के पिता केंद्रीय राज्य गृह मंत्री अजय मिश्रा का इस्तीफा मांग रहे हैं. वहीँ अखिलेश यादव ने मरने वालों के परिवार को 2-2 करोड़ रुपए मुआफज़ा देने की मांग उठाई है। अरेस्ट होने से पहले अखिलेश यादव ने मीडिया से ये भी कहा की जनता के साथ इतना उत्पीड़न तो अंग्रेजो ने भी नहीं किया।
शवों को सड़क पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है
किसानों के शवों को अग्रसेन इंटर कॉलेज के बहार अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। किसान नेता राकेश टिकैत भी मृतकों के अंतिम दर्शन के लिए टिकुनिया पहुंचे जहाँ उन्होंने सर्कार के समक्ष 5 मांगे रखी। उन्होंने कहा की जबकि किसानों की मांगे पूरी नहीं होती तबतक कोई किसान यहाँ से नहीं हिलने वाला। और तबतक शवों का अंतिम संस्कार भी नहीं होगा। राकेश टिकैत ने कहा की ये हत्या एक साज़िश के तहत हुई है जो अजय मिश्रा और उनके बेटे आशीष द्वारा कई दिनों से रची जा रही थी। बता दें की जहाँ किसानों के शवों को रखा गया है वहां 700 से अधिक प्रदर्शनकारी मौजूद हैं।
वो 5 मांगे क्या हैं
राकेश टिकैत ने सरकार से 5 मांगे की है जिसमे , घटना की न्यायिक जाँच, पीड़ित परिवार को 1 करोड़ का मुआफज़ा ,मृतकों के परिवार में से एक को सरकारी नौकरी, संसद आशीष मिश्रा समेत 14 की गिरफ्तारी और अजय मिश्रा का इस्तीफा माँगा गया है।
इंटरनेट बंद
लखीमपुर खीरी में मंगलवार तक के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया है। जिले में धरा 144 लागु कर दी गई है। सोमवार को घटनास्तल से करीब 20 किलोमीटर तक इंटरनेट कनेक्शन बंद कर दिया गया है।