अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा 1 मिनट 24 सेकंड में पूरी होगी, काशी के पंडितों ने 22 जनवरी दोपहर 12:29:08 बजे बताया मुहूर्त
अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा महज 1.24 मिनट में होगी। काशी के पंडितों ने यह मुहूर्त तय किया है।
अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा महज 1.24 मिनट में होगी। काशी के पंडितों ने यह मुहूर्त तय किया है। द्रविड़ बंधु पं. गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ और पं. विश्वेश्वर शास्त्री ने बताया कि 22 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकेंड से मूल मुहूर्त होगा, जो 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकेंड तक चलेगा। यानी कुल 1 मिनट 24 सेकेंड का ही प्राण-प्रतिष्ठा का मुहूर्त होगा।
इस मुहूर्त की शुद्धि भी की जाएगी। मुहूर्त शुद्धि का समय 20 मिनट का होगा। यह 19 जनवरी की शाम 6 बजे से शुरू होगा, जो 6 बजकर 20 मिनट तक चलेगा। इसके बाद 20 जनवरी को सूर्योदय से पहले मुहूर्त शुद्धि का संकल्प होगा। पंडित गणेश्वर शास्त्री ने ही काशी कॉरिडोर के लोकार्पण और राम मंदिर शिलान्यास का मुहूर्त तय किया था।
पं. गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने बताया, "मेष लग्न के गुरु होने से राम की राज्य वृद्धि होगी। मेष लग्न का गुरु इस मुहूर्त का प्राण है। लग्नस्थ गुरु पूर्ण दृष्टि पांचवें, सातवें और नौवें घर पर पड़ रही है। इस दृष्टि से मृगशीर्ष नक्षत्र 26वां नक्षत्र है। इसका भी शुभ फल मिलेगा।" भगवान राम का जन्म भी अभिजीत मुहूर्त में 12 बजे के बाद ही हुआ था। ऐसा मुहूर्त दुर्लभ होता है।
22 जनवरी को मेष लग्न में बैठे गुरु की पंचम, सप्तम और नवम भाव पर दृष्टि है। इसके प्रभाव से भारत दुनिया में सबसे मजबूत देश बनकर उभरेगा। उधर, 22 फरवरी को प्राण-प्रतिष्ठा की तैयारियां तेज हो गई है। गर्भगृह की फिनिशिंग पूरी हो चुकी है। रामलला के सिंहासन पर अब सोने की परत चढ़ाई जाएगी।
31 जनवरी तक राम मंदिर गर्भगृह के ऊपर का फ्लोर भी बनकर तैयार हो जाएगा। रामलला की 3 मूर्तियां भी बनकर तैयार हैं। इनमें से किसी एक को 7 जनवरी से पहले फाइनल कर लिया जाएगा। जन्मभूमि ट्रस्ट और विश्व हिंदू परिषद ने सोशल मीडिया पर राम मंदिर की नई तस्वीरें जारी की हैं