प्रयागराज हिंसा के मास्टरमाइंड मुहम्मद जावेद पंप के घर में सीएम योगी का बुलडोजर चल गया
Javed Pump, the mastermind of Prayagraj violence: सीएम योगी ने ट्वीट करते हुए कहा है कि हिंसा करने वालों पर ऐसी कार्रवाई होनी चाहिए कि किसी के मन में दोबारा ऐसा करने का खयाल भी न आए
Mastermind of Prayagraj violence: प्रयागराज हिंसा के मास्टरमाइंड मुहम्मद जावेद पंप के साथ वही हुआ जो यूपी में दंगाइयों के साथ होता है, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ का बुलडोजर चल गया और मुहम्मद जावेद का ठिकाना निस्तेनाबूत हो गया. प्रयागराज में पिछले जुमे की नमाज के बाद मुसलमानों ने जो उपद्रव मचाया था वो जावेद के कहने पर ही किया गया था, अब 10 हज़ार जवानों के साथ 2 बुलडोजर दंगाई मुहम्मद जावेद पंप की खिदमत करने के लिए एक्शन ले रहे हैं.
यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपनी पुलिस और प्रशासन को ऐसी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं कि अगली बार कोई हिंसा करने की सोचे भी तो उसे यह कार्रवाई याद आ जाए और वो ऐसा करने के बारे में सोचे भी नहीं। यूपी पुलिस और प्रशासन पिछले जुमे के दंगाइयों और इस बार के जुमे के हमलावरों के साथ भी ऐसा ही एक्शन ले रही है.
जावेद के घर से पुलिस को क्या मिला
प्रयागराज हिंसा के जिम्मेदार मुहम्मद जावेद पंप के घर से पुलिस को काले झंडे, कुछ किताबें और कागजात मिले हैं, जो विदेशी फंडिंग की और इशारा करते हैं. ऐसा मानना है कि जावेद का इस्लामिक कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (PFI) से कनेक्शन है जिनके कहने पर जावेद ने मुसलमानों को जुमे की नमाज के बाद हिंसा करने के लिए भड़काया था.
अबतक 68 उपद्रवी जेल भेजे गए
प्रयागराज पुलिस ने अबतक 70 दंगाइयों को नामजद चिन्हित कर लिया है जिनमे से 68 को जेल भी भेज दिया है, इन सभी लोगों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मामले दर्ज हुए हैं और हिंसा से जुडी 29 धाराएं लगाई गई हैं. प्रयागराज हिंसा में पकड़े गए आरोपियों में 4 नाबालिग हैं जिन्हे बाल सम्प्रेक्षण गृह भेजा गया है, बाकि पकड़े गए उपद्रवी नैनी केंद्रीय जेल में कैद हैं.
प्रयागराज में उपद्रव करने वाले आरोपी अपना घर छोड़कर भाग गए हैं, उन्हें लगा ऐसा करने से उनकी अवैध संपत्ति गिरने से बच जाएगी, लेकिन प्रशासन ने उनके भी घरों को ढहाना शुरू कर दिया है.
कानपूर हिंसा पर पुलिस का एक्शन
कानपूर में जो हिंसा हुई थी, उसमे पुलिस ने एक हज़ार लोगों के खिलाफ 3 FIR की थीं, जिसमे से अबतक 57 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा आरोपियों के मकानों को भी गिराने की कार्रवाई हुई है. कानपूर में हुई हिंसा में भी PFI और सिमी आतंकी संगठन की साज़िश होने का शक है, इस लिए पुलिस कई एंगल से जांच कर रही है.
सहारनपुर हिंसा पर क्या हुआ
जुमे की नमाज के बाद सहारनपुर में भी हिंसा हुई, ऐसा कहा जा रहा है कि सहारनपुर से ही 12 उपद्रवियों की टीम झारखण्ड में हिंसा कराने के मकसद से रांची गई थी, जहां फिर क्या हुआ वो पूरे हिंदुस्तान के सामने है. हालांकि झारखंड पुलिस ने 2 दंगाइयों को गोली मारकर खत्म भी कर दिया था जिसके बाद से वहां अब शांति है. सहारनपुर में हुई हिंसा के बाद पुलिस वीडियो फुटेज देखकर आरोपियों की तलाश कर रही है.