Ancient Temple India: ये है भारत के प्राचीन मंदिर
भारत एक धार्मिक देश के रूप में पूरे विश्व में प्रसिद्ध है।
भारत एक धार्मिक देश के रूप में पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। इसके हर कोने में असंख्य देवी-देवताओं की पूजा की जाती है। उत्तर भारत से दक्षिण तक ऐसे कई मंदिर हैं जिनका उल्लेख वेदों और पुराणों में है। आइए इनमें से कुछ मंदिरों के दर्शन करते हैं।
कोणार्क सूर्य मंदिर -उड़ीसा
यह मंदिर 1250 ईस्वी में बनवाया गया था। भारत के सबसे प्राचीन मंदिर रंग राजवंश के राजा नरसिंह देव प्रथम द्वारा बनवाया गया यह मंदिर एक विशाल रथ के आकार में है। इसमें पत्थर के पहिए और स्तंभ है। यह मंदिर यूनेस्को की world heritage sites में से एक है। मंदिर का ज्यादा भाग खंडहर होने के बावजूद यह आज भी सूर्य भगवान की पूजा का एक महत्वपूर्ण स्थल है।
तिरुपति बालाजी
तिरुपति बालाजी आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित है। यह विष्णु भगवान के वेंकटेश्वर रूप को समर्पित है।
3200 फीट की ऊंचाई पर स्थित तिरुमाला की पहाड़ियों पर बना हैयह मंदिर। मान्यता है कियहाँ आने के पश्चात व्यक्ति को जन्म और मृत्यु के बंधन से मुक्ति मिल जाती है।
वैष्णो देवी मंदिर
शक्ति को समर्पित वैष्णो देवी मंदिरजम्मू ज़िले के कटरा नगर के समीप त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित है। नवरात्रों में यहां बहुत भीड़ होती है। तिरुपति बालाजी के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा हिंदू तीर्थ स्थल है।इसकी खास बात यह है कि यह एक गुफा में स्थित है जहाँ माता वैष्णो देवी पिंडी के रूप में विराजमान हैं।
मीनाक्षी Temple
दक्षिण भारत तमिलनाडुशहर में लगभग 6 वीं शताब्दी में यह मंदिर मदुरई में वैगई नदी के किनारे बनाया गया था। इसे मीनाक्षी सुंदरेश्वर मंदिर या मीनाक्षी अम्मा मंदिर भी कहा जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान शिव सुंदरेश्वर रूप में अपने गणों के साथ राजकुमारी मीनाक्षी से विवाह रचाने मदुरई नगर में आए थे। मीनाक्षी को देवी पार्वती का अवतार माना जाता है। इस मंदिर को देवी पार्वती के सर्वाधिक पवित्र स्थानों में से एक गिना जाता है। यह मंदिर धार्मिक स्थल के साथ-साथ अपनी खूबसूरत कलाकृति और नेचुरल beauty के लिए भी फेमस है।
भारत के प्राचीन मंदिरों की अगली श्रृंखला में हम देश के कुछ और मंदिरों की सैर करेंगे और उनके रोचक इतिहास के बारे में जानेंगे।