Secret Tourist Spot In Rewa: भीड़-भाड़ हो-हल्ला से दूर 'रीवा का सीक्रेट टूरिस्ट प्लेस' घूमना है? आओ रास्ता बताएं
Secret Tourist Place In Rewa: रीवा से लगभग 25 Km दूर, जंगल के अंदर मंगल करना है तो इससे मस्त जगह कोई और हो ही नहीं सकती
Hidden Tourist Place In Rewa: मानसून का मौसम और एमपी की वादियां वाह.... और एमपी के अंदर रीवा के सबसे खूबसूरत, सबसे बड़े और सबसे खतरनाक वाटरफॉल तो वाह-वाह... लेकिन एक प्रॉब्लम है, इन बड़े-बड़े टूरिस्ट स्पॉट में वाटरफॉल से ज्यादा तो इंसान नज़र आने लगे हैं, जिसे देखो वो पुरवा,चचाई, क्योंटी, बहुति, पियावन, टोंस पहुंचे जा रहा है, इतनी भीड़ तो किसी का भी मूड स्पोइल कर देती है.
Unseen Tourist Place In Rewa: इसी लिए हमने सोचा आपको रीवा के सीक्रेट टूरिस्ट प्लेस के बारे में बता ही दें, 'जहां ना बंदा मिलेगा ना बंदे की जात, दिखेगा तो फुल नेचर व्यू और होगा सुकून का एहसास' अरे वाह ये तो शायरी बन गई! खैर शायरी-वायरी को साइड में रखते हैं और सीधा चलते हैं उस सीक्रेट प्लेस में जिसके बारे में कस्सम से आपको मालूम नहीं होगा।
केचुई पत्थर
Way To Kichui Patthar Rewa: अगर आप रीवा के रहने वाले हैं फिर भी केचुई पत्थर नाम के इस टूरिस्ट प्लेस का नाम भी नहीं सुना होगा, क्योंकि बहुत लोग इसके बारे में नहीं जानते। रीवा सिटी से करीब 24 किलोमीटर दूर केचुई पत्थर में आपको जंगल के बीच प्राकृतिक नहर और छोटे-छोटे छिछले पानी का झरना देखने को मिलता है. जहां आप खूब जल क्रीड़ा कर सकते हैं. पर्सनल एक्सपीरिएंस से कहें तो भाई भयंकर मौज होती है.
यहां फैमिली के साथ जानें लायक नहीं है, कफैमिली बोले तो मम्मी-पापा, बच्चा। काहे कि यहां पहुंचने के लिए आपको जंगल के अंदर पद यात्रा करनी पड़ती है. जहां सड़क नहीं है, रास्ता खुद से ढूढ़ना पड़ता है. लेकिन जब नजारा देखेंगे तो मेहनत व्यर्थ नहीं जाएगी। कहने का मतलब है कि अकेले में दोस्तों-यारों संग मौज-मस्ती करनी है तो इससे तगड़ा टूरिस्ट स्पॉट नहीं मिलने वाला।
अब रास्ता जानो
रीवा से 20KM दूर है गोविंदगढ़ जहां खंदो माता का मंदिर है, खंदो खुद एक धार्मिक टूरिस्ट प्लेस है जो बारिश में बहुत सुन्दर हो जाता है. लेकिन वहां से होते हुए आपको केचुई पत्थर पहुंचना है. खंदो मंदिर के पीछे एक पगडंडी वाला रास्ता जाता है जहां कार भी आराम से चली जाती है, आपको जंगल की तरफ जाने वाले रास्ते में सीधा चले जाना है और जहां तक सड़क जाती है उसी राह में चलते जाना है. मतलब जब जंगल दिखाई दे जाए तो समझ लो अब पैदल चलना है.
फिर आपको खुद पानी के कल-कल की आवाज सुनाई देने लगेगी, इसके बाद गाड़ी से उतरकर पैदल चलना है. जंगल के अंदर जाने के बाद आपको नदी मिलेगी, उसी नदी के बगल से पैदल चलना है जो अपने आप में मजेदार है. ध्यान दें नदी के बहाव के उलटे तरफ जाना है. कुछ मीटर पैदल जाने के बाद आपको चट्टान दिखेगी जिसका अकार किसी केचुए (Tortoise) जैसा होगा।सामने छोटे-छोटे पानी के झरने होंगे, आप उस पानी में उतर सकते हैं, गहरा नहीं है.
खाना बनाइये लेकिन ध्यान से
अब पिकनिक का मजा तो तभी है जब जंगल के अंदर चूल्हा जलाया जाए और बढ़िया खाना बने, लेकिन यहां आप गैस-स्टोव लेकर जाएं तो ही ठीक है. क्योंकी बारिश में कोई जलाऊ लकड़ी मिलेगी नहीं, और मिल भी गई, चूल्हा जल भी गया, लेकिन जब धुआं उठेगा तो मछेंन (Honey Bee) दौड़ा लेंगी। (हमारे साथ बीती है इसी लिए चेता रहे). इसी लिए बिना धुआं के काम हो जाए ऐसा प्रबंध करिये।
एक रिक्वेस्ट है, मानों या फिर मत जाओ
हम आपको सीक्रेट प्लेस बताए, आप जाइये घूमिये, मजा लीजिये, लेकिन जंगल के अंदर इंसानियत मत दिखाइयेगा कहने का मतलब है कचना मत फेंकियेगा क्योंकी वहां अब भालू-बंदर तो सफाई करने आएंगे नहीं, आपकी फेंकी गन्दगी हमेशा पड़ी रहेगी।