महाभारत की भविष्यवाणी हो रही सत्य, दिखने लगा असर
युगों पूर्व लिखी गई धर्मशास्त्र की पुस्तकों में कलियुग के सम्बंध में कुछ न कुछ कहा गया है। इसमें महाभारत एक है।
युगों पूर्व लिखी गई धर्मशास्त्र की पुस्तकों में कलियुग के सम्बंध में कुछ न कुछ कहा गया है। इसमें महाभारत एक है। महाभारत में कही गई कई भविष्यवाणी सही और सत्य शाबित हे रही है। इनका असर आज दिख रहा है। ऐसे में आने वाला समय समाज को किस दिशा में ले जायेगा यह कहा नहीं जा सकता है। हमारे धर्म शास्त्रों में बताया गया है कि कलियुग में धर्म नाम मात्र का रह जायेगा। लोगों का भगवान की पूजा में, धार्मिक पुस्तकों तथा लेखों पर कोई विश्वास नही रह जायेगा। आइये जाने महाभारत में लिखी सत्य भविष्यवाणी जिनका असर दिखने लगा है।
क्या लिखा है महाभारत में
- महाभारत में लिखा है कि कलियुग में स्त्री और पुरूष में कोई मर्यादा नहीं होगी। लोग बिना विवाह किये अपनी इच्छा से एक दूसरे के साथ रहेगे।
- व्यवसाय में वही सफल हेगा जिसके पास छल, कपट करने की कला हेगी। क्योंकि धीरे-धीरे लोग इसे ही व्यापार की सफलता का मुख्य सूत्र मान लेगें।
- समाज का ब्राह्मण तबका भी ब्रह्म के कार्यों से विमुख हो जायेगा। केवल जनेउ धारण कर अपने को ब्राह्मण बताएगा।
- कलियुग में जो व्यक्ति जितना धनी होगा उसे उतना ही गुणी, बुद्धिमान और सफल माना जायेगा। गुणवान व्यक्ति की पहचान मात्र पैसा होगा।
- कलियुग का समय जैसे-जैसे बढेगा धर्म, स्वच्छता, सहिष्णुता, दया, शारीरिक शक्ति तथा स्मृति दिनों-दिन घटकर शून्य हो जायेगी।
- कलियुग में इंसानों को न्याय पाने के लिए भी घूस देना पड़ेगा।
- मनुष्य स्वाभाव से ही चालाक और स्वार्थी होगा। जिसे यह कला जितनी बेहतर आयेगी वह उतना ही सफल इंसान कहलाए गा।
- कलियुग में रोग इतना ज्यादा बढ़ जायेगा कि सभी में कोई न कोई रोग अवश्य होगा।
- कलियुग के चरम के समय मानव की आयु मात्र 20 से 30 वर्ष की रह जायेगी।
नोट-ः उक्त समाचार में दी गई जानकारी सूचना मात्र है। रीवा रियासत समाचार इसकी पुष्टि नहीं करता है। दी गई जानकारी प्रचलित मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।