असाध्य रोगों से छुटकारा दिलाते हैं महादेव, सिर्फ इस मंत्र का करें जाप, मिलेगा पूर्ण लाभ

सावन का महीना चल रहा है। यह पूरा महीना भगवान भोलेनाथ को समर्पित है। अगर सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करना है तो इनकी विधि विधान से पूजा करें।

Update: 2022-07-28 09:59 GMT

सावन का महीना चल रहा है। यह पूरा महीना भगवान भोलेनाथ को समर्पित है। अगर सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करना है तो इनकी विधि विधान से पूजा करें। कहा गया है कि भगवान भोलेनाथ व्यक्ति को मनचाहा आशीर्वाद और बहुत जल्दी प्रसन्न होने वाले देवता है। भगवान भोलेनाथ चाहे तो असाध्य रोग भी दूर कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए भोलेनाथ के 1 मंत्र का जाप करना होगा।

आइए जाने मंत्र और उसका अर्थ

असाध्य रोगों को दूर करने वाला यह मंत्र बहुत ही शक्तिशाली है। जो भी रोगी यह उसके परिजन रोगी के निमित्त होकर इस मंत्र का जाप करते हैं उन्हें अवश्य ही लाभ प्राप्त होता है।

मंत्र

नागेंद्रहाराय त्रिलोचनाय भस्मांगाराय महेश्वराय।

नित्याय शुद्धाय दिगंबराय तस्मै नकाराय नमः शिवाय।।

मंत्र का अर्थ

इस मंत्र का अर्थ है जो शिवजी नागराज वासुकी का हार पहने हुए हैं । तीन नेत्र वाले हैं और भस्म की राख अपने शरीर में धारण किए हुए हैं। वह महान ऐश्वर्य संपन्न और नित्य अविनाशी तथा सुबह हैं। दिशाएं जिनका वस्त्र हैं। जो वस्त्र आदि से रहित हैं ऐसे निरवच्छिन्न उस नकार स्वरूप शिव जी को मैं नमस्कार करता हूं।

होते हैं प्रसन्न

भगवान भोलेनाथ के संबंध में कहा गया है कि वह भक्तों की भक्ति देखते हैं। वह भक्तों को नहीं देखते। अगर आपकी भक्ति पवित्र है तो भोलेनाथ अवश्य ही आशीर्वाद देंगे। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं कि आपने भी सुना होगा कि भगवान भोलेनाथ को देवता, मानव तथा दानव भी प्रसन्न कर लेते थे। तभी तो भोलेनाथ को अवघड दानी कहा गया है।

सभी पापों का नाश करता है या मंत्र

भाग भोलेनाथ का पंचाक्षरी मंत्र " नमः शिवाय" बहुत ही अलौकिक है। इस मंत्र के संबंध में कहा गया है कि यह कई जन्मों के पाप को नष्ट कर सकता है।

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