Hariyali Teej 2022 Puja Samagri: पहली बार रख रहीं हरियाली तीज का व्रत तो जान लें पूजन सामग्री, विधि और शुभ मुहूर्त

Hariyali Teej 2022 Puja Samagri: हरियाली तीज का व्रत करने से भगवान भोलेनाथ, माता पार्वती और गणेश जी प्रसन्न होते हैं तथा मनवांछित फल प्रदान करते हैं।;

Update: 2022-07-30 11:39 GMT

Hariyali Teej 2022: सावन के महीने में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष हरियाली तीज अंग्रेजी महीने में 31 जुलाई 2022 दिन रविवार को है। अटल सुहाग और सौभाग्य की प्राप्ति के लिए महिलाएं हरियाली तीज का व्रत (Hariyali Teej Vrat) रखेंगे। इस व्रत को करने से भगवान भोलेनाथ, माता पार्वती और श्री गणेश प्रसन्न हो जाते हैं। जिसके बाद मनोवांछित फल प्राप्त होता है। आप भी हरियाली तीज का व्रत रखना चाहती है तो हम आपकी कुछ सहायता स्वरूप पूजन सामग्री, विधि और समय के बारे में बता रहे हैं। आप इस जानकारी को अपने पुरोहितजी से जानकर, संतुष्ट होकर नियम पूर्वक पूजन करें। यह हम सामान्य जानकारी के लिए आपको बता रहे हैं।

हरियाली तीज का महत्व

Hariyali Teej Importance: हरियाली तीज के दिन ही भगवान भोलेनाथ माता पार्वती की तपस्या से प्रसन्न होकर उन्हें मनोवांछित फल प्राप्त करने का आशीर्वाद दिया था। माता पार्वती की इच्छा थी कि वह शिवजी को पति के रूप में प्राप्त करें। शिव जी के आशीर्वाद के बाद शिव जी को पति स्वरूप मान लिया था। कहते हैं सावन के महीने में शिवजी की पूजा वैसे भी कल्याण करने वाली होती है।

शुभ मुहूर्त

Hariyali Teej 2022 Shubh Muhurt: हरियाली तीज का शुभ मुहूर्त यानी की तृतीया तिथि 31 जुलाई 2022 को सुबह 2 बजकर 59 मिनट से शुरू हो जाएगी। तृतीया तिथि की समाप्ति 1 अगस्त 2022 को सुबह 4 बजकर 18 मिनट पर खत्म हो जाएगी।

पूजन सामग्री

Hariyali Teej Puja Samagri: पूजा में नारियल, कलश, अबीर, चंदन, तेल और घी, कपूर, दही, चीनी, शहद ,दूध और पंचामृत, केले के पत्ते, बेल पत्र, धतूरा, अंकव पेड़ के पत्ते, तुलसी, शमी के पत्ते, काले रंग की गीली मिट्टी, जनेऊ, धागा और नए वस्त्र. माता पार्वती जी के श्रृंगार के लिए चूडियां, महावर, खोल, सिंदूर, बिछुआ, मेहंदी, सुहाग पूड़ा, कुमकुम और कंघी अवश्यक एकत्र कर लें।

पूजन विधि

Hariyali Teej Pujan Vidhi: जिन महिलाओं को हरियाली तीज का व्रत करना है वह इस दिन सबसे पहले ब्रह्म मुहूर्त पर उठकर स्नान करें और साफ वस्त्र धारण करें। हो सके तो नया वस्त्र पहने अन्यथा पुराने लेकिन बिना पहना हुआ वस्त्र धारण करें।

मंदिर की अच्छे से सफाई करें और एक चौकी रखें जिसे गंगाजल से साफ कर लें। चौकीपर सफेद या लाल रंग का कपड़ा बिछाएं।

मिट्टी से भगवान शिव,पार्वती और गणेश जी की मूर्ति बनाएं. आप चाहे तो फोटो का भी रख सकती हैं । भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से पहले भगवान गणेश का आह्वान करें।

माता पार्वती को श्रृंगार का सारा सामान अर्पित करें फिर भगवान शिव को भांग, धतूरा, अक्षत, बेल पत्र, श्वेत फूल, गंध, धूप, वस्त्र आदि चढ़ाएं। इसके बाद हरियाली तीज की कथा (Hariyali Teej Katha) सुनें और फिर भगवान शिव और माता पार्वती की आरती करें इसके बाद भगवान को भोग लगाएं।

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