धनतेरस और दीपावली के पूर्व खरीदी का महासंयोग,पुष्य नक्षत्र में खरीदें भूमि, भवन, रत्न और आभूषण
धनतेरस और दीपावली के पूर्व खरीदी का महासंयोग है। इस दिन भूमि, भवन, रत्न, आभूषण खरीदना बेहद लाभदायक है।
सभी प्रकार के नक्षत्रों में पुष्य नक्षत्र को सर्वश्रेष्ठ माना गया है। इस बार यह पुष्य नक्षत्र गुरुवार को पड़ने से महासंयोग के रूप में देखा जा रहा है। दीपावली के 8 दिन पूर्व भूमि, भवन, रत्न, आभूषण, वाहन आदि की खरीदी को शुभ माना गया है। गुरुवार 28 अक्टूबर को पडने वाला यह महासंयोग लोगों में संपन्नता आने की ओर इशारा कर रहा है। ज्योतिष आचार्यों का कहना है कि यह संयोग अत्यंत शुभ और फलदाई है।
60 वर्ष बाद बना संयोग
जानकारों की माने तो पुष्य नक्षत्र (Pushya Nakshatra) में ग्रहों का विशेष संयोग 60 वर्ष बाद बना है। ग्रहों के बदलते स्थान में गुरु पुष्य नक्षत्र 28 अक्टूबर दिन गुरुवार को सूर्योदय से लेकर मध्य रात्रि तक विद्यमान रहेगा। ऐसे में बन रहा यह अद्भुत संयोग अत्यंत शुभ और फलदाई है। ज्योतिष आचार्यों का कहना है इस नक्षत्र में खरीदी गई वस्तु या संपदा स्थायित्व प्रदान करती है। जीवन में ग्रहों नक्षत्रों का बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है। ज्योतिष के अनुसार ग्रहों की वजह से व्यक्ति में बुद्धि, धन, ऐश्वर्या, सम्मान, प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है। कई बार विशेष यत्न और परिश्रम करने के बाद भी अपेक्षित परिणाम प्राप्त नहीं होते हैं। ऐसे में माना जाता है यह ग्रहों का खेल ही है जो हमें लक्ष्य तक पहुंचने से बाधा उत्पन्न करता है।
इनकी करें खरीदी
पुष्य नक्षत्र में खरीदी के लिए बंन रहे विशेष संयोग मे अवश्य खरीदना चाहिए। अगर बात खरीदी कि की जाए तो इस शुभ संयोग में सोने चांदी के आभूषण तो खरीदा ही जा सकता है। वही अगर आभूषण न खरीद सके तो घर में उपयोग होने वाली सजावट का सामान, नवीन वस्त्र, इलेक्ट्रॉनिक के सामान, लाइटिंग का सामान, मशीनरी, भूमि, भवन, वाहन की खरीददारी को शुभ माना गया है।