Ganesh Chaturthi 2024 Sthapana: गणेश चतुर्थी कब है? घर में गणपति की स्थापना विधि, मंत्र और शुभ मुहूर्त

गणेश चतुर्थी 2024 पर अपने घर में गणपति बप्पा की स्थापना कैसे करें, जानें विधि, मंत्र, और शुभ मुहूर्त। सही ढंग से गणेश स्थापना करने से घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।

Update: 2024-09-02 07:36 GMT

Ganesh Chaturthi 2024

Ganesh Chaturthi 2024 Sthapana Tithi, Muhurt, Puja Vidhi: गणेश चतुर्थी 2024 के उत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं, और हर घर में बप्पा की स्थापना के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इस साल गणेश चतुर्थी 7 सितंबर 2024 को मनाई जाएगी। इस पावन अवसर पर शुभ मुहूर्त में गणपति की विधिवत स्थापना करना अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि शुभ मुहूर्त में किए गए कार्य हमेशा सफल होते हैं।

गणेश चतुर्थी 2024 में ऐसे करें गणपति स्थापना

गणेश चतुर्थी के दिन स्नान के बाद स्वच्छ पीले या लाल वस्त्र धारण करें और व्रत का संकल्प लें। उत्तर-पूर्व दिशा में पूजा की चौकी स्थापित करें और उस पर लाल या सफेद कपड़ा बिछाएं। इस चौकी पर बप्पा की मूर्ति स्थापित करने से पहले, इसे सुगंधित फूलों और आम के पत्तों से सजाएं। चौकी पर थोड़े से चावल रखकर शुभ मुहूर्त में गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करें और उनके दाईं ओर कलश रखें। इस कलश में जल, आम के पत्ते, सिक्का, अक्षत डालें और नारियल रखकर मौली बांध दें।

गणपति की स्थापना के दौरान उन्हें कुमकुम, चंदन, हल्दी, सिंदूर, मेहंदी, गुलाल, लाल पुष्प, लौंग, इलायची, पान का पत्ता, जनेऊ, नारियल आदि अर्पित करें। गणपति को दूर्वा जोड़े में बनाकर चढ़ाएं और लड्डू या मोदक का भोग लगाएं। गणेश चतुर्थी की कथा सुनने के बाद आरती करें और फिर प्रसाद वितरित करें।

गणेश स्थापना मंत्र

अस्य प्राण प्रतिषठन्तु अस्य प्राणा: क्षरंतु च।

अस्यै देवत्वमर्चार्यै मामहेति च कश्चन

ऊं सिद्धि-बुद्धि सहिताय श्री महागणाधिपतयें नम:।

सुप्रतिष्ठो वरदो भव।।

गणपति की मूर्ति का महत्व

गणपति की बाईं सूंड वाली मूर्ति को घर में स्थापित करना शुभ माना जाता है, क्योंकि इसका स्वभाव शांत, शीतल और सौम्य होता है। यह मूर्ति घर में श्री, लक्ष्मी, आनंद, सुख-समृद्धि, यश व ऐश्वर्य का आशीर्वाद लाती है। नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए सिंदूरी रंग की गणपति की मूर्ति का विशेष महत्व है। यदि आप वास्तु दोष निवारण के लिए गणपति की स्थापना कर रहे हैं, तो श्वेतार्क गणपति की पूजा करें, जो साक्षात गणेश स्वरूप माने जाते हैं।

Tags:    

Similar News