15 दिन से 6 महीने के भीतर हो जाती है मौत, अगर मिल रहे है ऐसे संकेत
मृत्यु जीवन का अटल सत्य है। इसे नकारा नहीं जा सकता। हमारे धार्मिक पुस्तकों में तथा जीवन में भी लोगों को महसूस होता है कि व्यक्ति सिर्फ अपनी मृत्यु के बारे में अवश्य जानता है।
मृत्यु जीवन का अटल सत्य है। इसे नकारा नहीं जा सकता। हमारे धार्मिक पुस्तकों में तथा जीवन में भी लोगों को महसूस होता है कि व्यक्ति सिर्फ अपनी मृत्यु के बारे में अवश्य जानता है। हर व्यक्ति को पता है कि उसकी मृत्यु निश्चित है। इसे कोई बदल नहीं सकता। इसके बाद भी लॉक मृत्यु के भय से भागते फिर रहे हैं। लोगों को लगता है कि मृत्यु से दूर भाग कर हम अपनी मृत्यु को पीछे धकेल सकते हैं लेकिन ऐसा नहीं है। जैसे ही नियत समय आएगा जातक को यमराज अपने लपेटे में लेगी।
शिवपुराण नामक ग्रंथ में मृत्यु के संबंध में बताया गया है कि मरने से पहले व्यक्ति को कुछ न कुछ संकेत अवश्य प्राप्त होते हैं। आवश्यक है इन संकेतों को समझे और पता लगाएं कि आप की मृत्यु कब हो सकती है।
मिलते हैं ऐसे संकेत
- कहा गया है कि अगर व्यक्ति की जीभ, मुंह, कान और होंठ ठीक ढंग से काम न करें तो यह मौत के पूर्व का अंदेशा हो सकता है। हमारे पुराणों में बताया गया है कि अगर इस तरह के लक्षण किसी भी जातक में दिखे तो यह समझ लेना चाहिए कि उसकी मृत्यु 6 महीने के अंदर हो जाएगी।
- अगर किसी जातक का शरीर अचानक से नीला या पीला पड़ जाए तो समझ लेना चाहिए कि उस जातक की मृत्यु 6 महीने के अंदर हो जाएगी।
- अगर व्यक्ति की परछाई तेल से भरे पात्र में न दिखे तो समझ लेना चाहिए कि उसकी मृत्यु 4 से 6 महीने के अंदर हो जाएगी।
- जिस किसी व्यक्ति के आंख की रोशनी अचानक से गायब हो जाए तो ऐसे जातक 6 महीने के अंदर मृत्यु को प्राप्त हो जाते हैं।
- यदि किसी जातक को रात के समय ध्रुव तारा दिखे तो समझ लेना चाहिए कि जातक की मृत्यु 6 माह के अंदर हो जाएगी। ऐसा आवश्यक नहीं है कि हर बार संकेत प्राप्त हो।
नोट-ः उक्त समाचार में दी गई जानकारी सूचना मात्र है। रीवा रियासत समाचार इसकी पुष्टि नहीं करता है। दी गई जानकारी प्रचलित मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।