सतना: बेटे को नहीं मिला ईलाज तो पानी की टंकी में चढ़ गया पिता, स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही आई सामने
Satna MP News: कहते हैं माता-पिता के अपने बच्चे के प्रति प्यार की कल्पना भी नहीं की जा सकती।
Satna MP News: कहते हैं माता-पिता के अपने बच्चे के प्रति प्यार की कल्पना भी नहीं की जा सकती। आज के दौर में माता-पिता का प्यार ही अपने बच्चों के प्रति निःस्वार्थ भाव से दिखाई देता है। जिले में एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही तो सामने आई ही साथ ही एक पिता का अपने बीमार बेटे के प्रति प्यार भी दिखाई दिया।
गौरतलब है कि अपने बीमार बेटे के ईलाज के लिए परेशान पिता ने राज्य शासन से मदद की गुहार लगाते हुए सीएमएचओ कार्यालय मे आवेदन दिया था। लेकिन आवेदन कार्यालय में पता नहीं कहां दब कर रह गई। अपने बेटे की गिरती सांस को देखकर पिता ने अपनी आवाज शासन प्रशासक पहुंचाने के लिए नया तरीका खोज निकाला। पिता पानी की टंकी पर चढ़ कर आत्महत्या की धमकी देने लगा। अंत में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की समझाइस के बाद युवक पानी की टंकी से नीचे उतर आया।
बेटे के लीवर में है इंफेक्शन
बताया गया है कि जिले के अहिरगांव के निवासी दयाराम चौधरी के बेटे वीरेन्द्र की तबियत काफी समय से ठीक नहीं है। उसके लीवर मेंं इंफेक्शन है। कुछ समय पूर्व उसका ईलाज सतना के निजी नर्सिंग होम में हुआ, आराम नहीं मिला तो बेटे को लेकर पिता जबलपुर गया। लेकिन इसके बावजूद उसकी सेहम मेंं सुधार नहीं हुआ।
ईलाज के लिए आर्थिक सहायता की मांग से संबंधित आवेदन दयाराम द्वारा सीएमएचओ कार्यालय में दिया गया। लेकिन कुछ नहीं हुआ। अपनी बेटे की बिगड़ती सेहत को देखते हुए पिता गांव में ही बनी पानी की टंकी में चढ़ कर आत्महत्या की धमकी देने लगा। सूचना के बाद पहुंची पुलिस और लोगों की समझाइस के बाद युवक नीचे उतर आया।
आर्थिक स्थिति दयनीय
बताया गया है कि खेती किसानी का काम करने वाले दयाराम की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। जो भी जमापूंजी थी पहले ही बेटे के ईलाज में समाप्त हो गई। उधारी भी काफी हो गई है। बेटे का ईलाज न करा पाने के कारण परेशान होकर अंत में युवक ने आत्महत्या का रास्ता अख्तियार करने का निर्णय लिया।