बघेलखंड का छोरा: बघेली भाषा का एल्बम रिलीज़, विंध्य की संस्कृति को मिलेगा नया आयाम; रीवा-सतना में हुई शूटिंग
विंध्य क्षेत्र के कलाकारों ने बघेली भाषा में एक नया एल्बम 'बघेलखंड का छोरा' तैयार किया है। इस एल्बम के माध्यम से बघेली भाषा और विंध्य की संस्कृति को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है।
रीवा/सतना। विंध्य क्षेत्र की संस्कृति और भाषा को बढ़ावा देने के लिए एक सराहनीय प्रयास किया गया है। विंध्य के प्रतिभाशाली कलाकारों ने मिलकर बघेली भाषा में एक नया एल्बम 'बघेलखंड का छोरा' तैयार किया है, जिसे यूट्यूब पर रिलीज किया जाएगा। इस एल्बम का उद्देश्य बघेली भाषा को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना है। एल्बम की शूटिंग रीवा-सतना में की गई है।
एल्बम के प्रोडक्शन डायरेक्टर अमन मिश्रा ने बताया कि यह गीत न केवल बघेली भाषा में लिखा और गाया गया है, बल्कि इसे रीवा के कृष्णा राज कपूर ऑडिटोरियम, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स सहित अन्य स्थानीय स्थानों पर फिल्माया गया है। इस प्रकार, यह एल्बम न केवल संगीत के माध्यम से बल्कि दृश्यों के माध्यम से भी विंध्य की खूबसूरती और संस्कृति को प्रदर्शित करता है।
सचिन तिवारी और प्रतिभा साकेत ने अपनी मधुर आवाज से इस गीत को और भी खूबसूरत बनाया है। अन्य कलाकारों जैसे सचिन गुप्ता, सुभाष सेन, लीला साहू, चाहना कुशवाहा, यामिनी सिंह, अतुल लोधी और रोहित कुशवाहा ने भी इस एल्बम में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।