रीवा में BJP विधायक ने अमहिया मजार हटाने की मांग की: मुस्लिम समुदाय भड़का, कांग्रेस MLA बोले- नहीं हटने दूंगा
रीवा के त्योंथर से भाजपा विधायक सिद्धार्थ तिवारी ने मजार को अतिक्रमण करार देकर नवरात्रि के अवसर पर उसे हटाने की मांग की, जिससे विवाद उत्पन्न हो गया है। मुस्लिम समुदाय ने इसका विरोध किया, वहीं कांग्रेस विधायक ने मजार हटाने पर अपनी आपत्ति जताई।
रीवा, मध्य प्रदेश – रीवा जिले के त्योंथर से भाजपा विधायक सिद्धार्थ तिवारी 'राज' के बयान से मजार अतिक्रमण का मुद्दा गरमा गया है। विधायक ने नवरात्रि के शुभ अवसर पर अमहिया स्थित मजार को अतिक्रमण बताते हुए उसे हटाने की मांग की है। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए अपनी यह बात लोगों के सामने रखी, जिससे रीवा में राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। दूसरी ओर मुस्लिम समुदाय ने विधायक के इस बयान का कड़ा विरोध किया है और इसे उनकी धार्मिक आस्थाओं पर चोट बताया है।
सोशल मीडिया पोस्ट से विवाद की शुरुआत
विधायक सिद्धार्थ तिवारी ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा कि रीवा के अमहिया इलाके में स्थित मजार सड़क पर अतिक्रमण कर रही है, जिससे यातायात में परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि पहले यह मजार छोटी थी, लेकिन अब यह धीरे-धीरे बढ़कर आधी सड़क को घेर चुकी है। उन्होंने प्रशासन से नवरात्रि के अवसर पर इस अतिक्रमण को हटाने की मांग की, ताकि लोगों को आने-जाने में हो रही असुविधा से राहत मिल सके।
विधायक का बयान: नवरात्रि पर अतिक्रमण हटाओ
विधायक सिद्धार्थ तिवारी ने अपने बयान में कहा, "मैं अमहिया में ही पैदा हुआ हूं और पिछले 7-8 दशकों से हमारा परिवार यहां रह रहा है। जब हम छोटे थे, तब मजार छोटी थी और किसी को आने-जाने में कोई समस्या नहीं होती थी। लेकिन अब यह मजार सड़क पर कब्जा कर चुकी है और यातायात बाधित हो रहा है। प्रशासन को नवरात्रि के अवसर पर यह अतिक्रमण हटाना चाहिए।"
मुस्लिम समुदाय ने जताई नाराजगी
विधायक के इस बयान पर मुस्लिम समुदाय ने गहरा विरोध जताया है। समुदाय के नेता वसीम राजा ने कहा, "विधायक का यह बयान हिन्दू-मुस्लिम एकता को तोड़ने का प्रयास है। मजार वर्षों पुरानी है और इससे हमारी धार्मिक आस्था जुड़ी है। हम इसे हटाने नहीं देंगे।" मुस्लिम समुदाय का कहना है कि मजार वक्फ बोर्ड की जमीन पर स्थित है और इसे हटाने की बात माहौल को खराब करने की कोशिश है।
कांग्रेस विधायक का विरोध
इस मामले में सेमरिया से कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा ने भी मजार को हटाने का विरोध किया है। उन्होंने अपने बयान में कहा कि उनकी व्यक्तिगत आस्था मजार से जुड़ी हुई है और किसी भी कीमत पर वे इसे हटाने नहीं देंगे। अभय मिश्रा ने भाजपा पर आरोप लगाया कि "यह सब राजनीतिक साजिश के तहत किया जा रहा है और इसका उद्देश्य सांप्रदायिक तनाव पैदा करना है। यह सब उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल के इशारे में हो रहा है।"
रीवा की कलेक्टर प्रतिभा पाल ने बताया कि विधायक द्वारा मजार अतिक्रमण की शिकायत मिली है और यातायात में हो रही परेशानी को देखते हुए मामले की जांच के बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट के आदेशों के अनुसार धार्मिक स्थलों पर अतिक्रमण को लेकर गाइडलाइन्स का पालन करना जरूरी है और उसी के आधार पर निर्णय लिया जाएगा।