रीवा के युवक ने बिज़नेस छोड़ कर शुरू की टमाटर की खेती, हर साल कमा रहे 5 लाख से अधिक
Rewa MP News: खेती को लाभ का धंधा न मानते हुए जहां लोग नौकरी को ज्यादा तवज्जो देते हैं वहीं जिले के एक किसान ने इस धारणा को गलत साबित करते हुए खुद के जमे जमाए व्यवसाय को व्यवसाय को छोड़ कर टमाटर की खेती करने का जोखिम उठाया।
आज की स्थिति यह है कि किसान को केवल टमाटर की खेती से ही हर साल 5 लाख से अधिक की आय प्राप्त हो रही है। जिले के रायपुर कर्चुलियान क्षेत्र के निवासी किसान कपिलमुनि कुशवाहा की माने तो आज वह समृद्ध है। किसी प्रकार की आर्थिक परेशानी नहीं है। ऐसा केवल इसलिए हुआ क्योंकि वह सब्जी की खेती कर रहा है।
रीवा में थी बाइडिंग की दुकान
किसान कपिलमुनि की माने तो 10 साल पूर्व उसकी रीवा में मोटर बाइडिंग की दुकान थी। दुकान भी जमी थी। बहुत तो नहीं लेकिन जीवन गुजारने के लिए आय हो जाती थी। लेकिन परिस्थितियां कुछ ऐसी बदली कि उसने खेती करने का निर्णय लिया। गांव में स्थित पांच एकड़ जमीन में उसने खेती शुरू की। आज उसे अपने व्यवसाय को छोड़ने का किसी तरह का अफसोस नहीं है।
प्रतिदिन 10 क्विंटल टमाटर
बताया गया है कि किसान कपिलमुनि एक एकड़ में टमाटर की खेती करता है। एक दिन में खेत से 10 से 12 क्विंटल टमाटर निकलता है। एक दिन की ही आय कम से कम 10 से 12 हजार होती है। साल में कम से कम 5 लाख तो केवल टमाटर से ही फायदा हो जाता है।
रोजगार भी दिया
टमाटर की खेती करने वाले किसान कपिलमुनि द्वारा गांव के श्रमिकां को रोजगार भी दे रखा है। 8 से 10 श्रमिक उसके खेत में काम करते रहते हैं। इससे जहां गांव के लोगों को मजदूरी के लिए बाहर नहीं भटकना पड़ता वहीं उसकी खेती लोगों के लिए आय का एक साधन भी बनी हुई है।
मिर्ची और मूली से भी फायदा
टमाटर से तो किसान को आय होती ही है साथ ही उसकी आय का एक जरिया मिर्ची और मूली भी है। एक साल में वह केवल मिर्ची बेचकर ही 40 हजार कमा लेता है। मूली से भी उसे साल में कम से कम 30 से 35 हजार की आय प्राप्त हो जाती है।
मेहनत तो है पर फायदा भी है
किसान कपिलमुनि ने बताया कि खेती में मेहनत तो बहुत ज्यादा है, लेकिन फायदा भी काफी अधिक है। सही तरीके से अगर खेती की जाय तो इसमें नुकसान की संभावना काफी कम जाती है। मेरी आर्थिक स्थिति अगर सुधरी है तो केवल खेती से।