Rewa: बैंको की फर्जी वेबसाइट बना कर 10 लाख की ठगी करने वाले तीन आरोपी झारखण्ड से पकड़ाए
रीवा में 10 लाख की ठगी करने वाले 3 बदमाश झारखण्ड से पकड़ाए, मेडिकल कॉलेज के पूर्व डीन को बनाया था निशाना
Rewa (Madhyapradesh): बैंको की फर्जी वेबसाइट बना कर 10 लाख से अधिक की ठगी करने में शामिल तीन आरोपियों को पुलिस ने झारखण्ड के जमताड़ा से पकड़ लिया है। आरोपियों को पुलिस द्वारा न्यायालय में पेश किया गया। जहां से आरोपियों को न्यायालय के आदेश के बाद जेल भेज दिया गया है।
पुलिस ने बताया कि विगत दिवस श्यामसाह मेडिकल कॉलेज के पूर्व डीन डा. पीसी द्विवेदी के खाते से आरोपियों ने 10 लाख रूपए पार कर दिए थे। मामले की शिकायत डॉ. द्विवेदी द्वारा थाने में की गई। शिकायत के बाद पुलिस ने प्रकरण पंजीबद्ध कर जांच शुरू की। इसी कड़ी में पुलिस अधीक्षक द्वारा अमहिया थाना प्रभारी शिवा अग्रवाल को टीम बना कर आरोपियों की तलाश करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। बताते हैं कि आरोपियों को पकड़ने में सायबर सेल की अहम भूमिका रही। गत दिवस पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी झारखण्ड से कार्य करते हैं। सूचना मिलने पर झारखण्ड के जमताड़ा पहुंची पुलिस ने आरोपियों को धर दबोचा।
कैसे करते थे ठगी
बताया गया है कि आरोपी फर्जी डोमेन वाली वेबसाइट (Fake Domain Website) बनाते थे। जब कोई वेबसाइट में दर्ज मोबाइल नंबर से जानकारी मांगते थे तो आरोपी कस्टमर केयर बन कर बात करते थे। फरियादी को पूरी तरह से अपने झांसे में लेकर आरोपी कुछ ही मिनटों में फरियादी के खाते से रूपए ट्रांसफर कर दूसरे बैंक में डाल देते थे। गौरतलब है कि डा. द्विवेदी के क्रेडिट कार्ड में कुछ गड़बड़ी होने पर उन्होने वेबसाइट में सर्च किया। आरोपियों ने कस्टमर केयर बन कर डा. द्विवेदी से बात की। आरोपियों ने डा. द्विवेदी से ऑनलाइन फार्म भरवाया। आवेदक से ओटीपी नंबर लेकर खाते से 10 लाख रूपए पार कर दिया। फरियादी डा. द्विवेदी की शिकायत पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 420 के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की।
ठग गिरोह में कम्प्यूटर एक्सपर्ट
पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस को बताया कि हमारी टीम में एक कम्प्यूटर एक्सपर्ट होता था। जो कि विभिन्न बैंको की फर्जी वेबसाइट और फर्जी डोमेन का सहारा लेकर गूगल पर अपलोड कर देता था। जब भी ग्राहक वेबसाइट में दर्ज नंबर पर फोन करता था हमारी वेबसाइट खुल जाती थी। आरोपियों द्वारा अपना मोबाइल नंबर भी बदल दिया जाता था। आरोपी आरोपी फर्जी वेबसाइट व फर्जी कस्टमर केयर नंबर को एक निश्चित समय तक उपयोग करने के बाद गूगल से हटा देते थे। फिर दोबारा फर्जी वेबसाइट बना कर गूगल पर नया नंबर अपलोड कर देते थे।
ये हैं आरोपी
पकडे़ गए आरोपियों में मुसर्रफ अंसारी पुत्र गफार मिया निवासी कर्माटाण जिला जामताड़ा, मनुवर अंसारी पुत्र मुस्तफा अंसारी 30 वर्ष निवासी कमाटाण, फैज आलम पुत्र मो. मंसूर अली निवासी रिंगो चिंगो जिला जामताड़ा झारखण्ड शामिल है।