रीवा: जान जोखिम में डालकर अंत्येष्टि करने को मजबूर,नहीं दी जा रही पीपीई किट ,सामने आई अधिकारियों की बड़ी चूक
रीवा (विपिन तिवारी) : कोरोना महामारी के बीच जहां नगर निगम जनता को सुरक्षित करने का दावा करता है वहीं अधिकारियों की लापरवाही के चलते करोना जैसी महामारी के फैलने का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। जहां पूरा देश कोरोना योद्धाओं का सम्मान कर रहा है। वही निगम द्वारा इन योद्धाओं की जान जोखिम में डाली जा रही है। कोरोना मरीजों का शव जलाने वाले नगर निगम कर्मचारी बगैर पीपी कीट के नजर आए। उन्हें पीपीई किट तक नसीब नहीं हो सकी।
पीपी किट तो दूर इन कर्मचारियों को निगम प्रशासन शवदाह के समय दस्ताने तक नही प्रदान कर रहा। कर्मचारी रोजाना उपयोग में होने वाला मास्क पहनकर जाते हैं। और शवदाह करते हैं। निगम अधिकारियों की इस लापरवाही को सिंघी परिवार की सदस्य के कोरोना से मौत के बाद उसके अंतिम संस्कार उसे कैमरे में कैद कर लिया गया । वीडियो वायरल हुआ तो पड़ताल की गई।तो पता लगा कि निगम अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई।
ऐसे खुली निगम अधिकारियों की पोल
नगर निगम द्वारा करोना मरीजों के शव दाह के लिए तीन कर्मचारियों की टीम बनाई गई है।सफ़ाई कर्मचारी दीपक , नीरज, चंदन द्वारा शवदाह किया जाता है। इसके बाद इन कर्मचारियों को पी टी एस में बने कोर्ट्स में कोरेन्टीन कर दिया जाता है।
इन कर्मचारियों से निगम शवदाह के अलावा कोई काम नही लेता। वीडियो की पड़ताल की गई तो कोरोना मरीज का शव होने से इनकार कर दिया लेक़िन जब पुष्टि की गई कि शव जलाने वाले कर्मचारी वहीं के हैं जो शव जलाने के अलावा कोई काम नही करते तब निगम अधिकारियों ने पुष्टि की यह कोरोना मरीज का ही शव है। निगम की बड़ी लापरवाही सामनें आई है। ऐसे में प्रशासन अभी तक कोई कार्यवाही नही किया है।