रीवा जिला योजना समिति बैठक / आमने सामने आएं जिपं अध्यक्ष अभय मिश्रा, विधायक केपी त्रिपाठी एवं दिव्यराज सिंह

रीवा. रीवा में शनिवार को प्रभारी मंत्री बिसाहूलाल सिंह की मौजूदगी में जिला योजना समिति की बैठक हुई. बैठक में विधायकों समेत जनप्रतिनिधि एवं सम्बंधित विभागों के अधिकारी शामिल रहें. बैठक में उस वक़्त माहौल गर्म हो गया जब DMF योजना की राशि के बारे में चर्चा हो रही थी. DMF राशि के बंटवारे को लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष अभय मिश्रा, सेमरिया विधायक केपी त्रिपाठी एवं सिरमौर विधायक दिव्यराज सिंह आमने सामने आ गए. 

Update: 2021-07-11 12:53 GMT

रीवा. रीवा में शनिवार को प्रभारी मंत्री बिसाहूलाल सिंह की मौजूदगी में जिला योजना समिति की बैठक हुई. बैठक में विधायकों समेत जनप्रतिनिधि एवं सम्बंधित विभागों के अधिकारी शामिल रहें. बैठक में उस वक़्त माहौल गर्म हो गया जब DMF योजना की राशि के बारे में चर्चा हो रही थी. DMF राशि के बंटवारे को लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष अभय मिश्रा, सेमरिया विधायक केपी त्रिपाठी एवं सिरमौर विधायक दिव्यराज सिंह आमने सामने आ गए. 

23.74 करोड़ के कार्यों के प्रस्तावों का भी अनुमोदन

जिला योजना समिति की बैठक में डीएमएफ योजना के तहत 23.74 करोड़ के कार्यों के प्रस्तावों का भी अनुमोदन किया गया था. उस दौरान उच्च प्राथमिकता वाले 6 विभागों के 36 कार्यों के लिए 14.68 करोड़ रूपए स्वीकृत किए गए. जबकि अन्य प्राथमिकता के 7 कार्यों के लिए 9.06 करोड़ रूपए के प्रस्तावों का अनुमोदन किया गया. 

एक व्यक्ति विशेष के लिए बन रही सड़क : सेमरिया विधायक 

इस दौरान कौआढ़ान से लेकर तिघरा तक के लिए 2 किमी सड़क के लिए प्रस्तावित 2 करोड़ की राशि पर सेमरिया विधायक केपी त्रिपाठी ने आपत्ति जाहिर की. विधायक केपी त्रिपाठी ने कहा कि यह केवल एक व्यक्ति (अभय मिश्रा के फॉर्म हाउस) के घर के लिए सड़क ले जाई जा रही है, इसलिए इस पर अनुमोदन नहीं किया जाना चाहिए. 

नाराज हुए सिरमौर विधायक दिव्यराज सिंह 

मामले पर चुटकी लेते हुए जिपं अध्यक्ष अभय मिश्रा ने कहा कि एक घर नहीं, अपितु कई गांवों हजारों लोगों के हित को लेकर है. दोनों के बीच तर्क वितर्क चल ही रहें थें कि सिरमौर विधायक दिव्यराज सिंह नाराज हो उठें. उन्होंने कहा कि क्या DMF योजना की राशि का पूरा हिस्सा सेमरिया का ही है? अन्य किसी विधानसभा का नहीं? हर बार सेमरिया में ही पूरा पैसा क्यों खर्च किया जा रहा है?

दीदी कैफे को दी जाने वाली राशि पर आपत्ति

दिव्यराज सिंह ने साफ़ तौर पर कहा कि वे ऐसे प्रस्ताव से बिलकुल भी सहमत नहीं है. इसके बाद कुछ देर के लिए माहौल गर्म रहा. फिर जिला पंचायत में खुले दीदी कैफे को लेकर जनप्रतिनिधियों ने नाराजगी जाहिर कर दी. दीदी कैफ़े को 24 लाख दिए जाने पर जनप्रतिनिधियों का कहना है कि जब कैफ़े चल रहा है, अपनी सेवाएं दे रहा है तो फिर 24 लाख रूपए कैफ़े को किस लिए दिए जा रहें हैं?

कब बनेगी प्रदेश की सबसे मंहगी सड़क

आरोप प्रत्यारोप के बीच जिला पंचायत अध्यक्ष अभय मिश्रा ने रतहरा से चोरहटा तक बन रही मॉडल सड़क का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने कहा कि साढ़े 11 करोड़ रूपए प्रति किलोमीटर की लागत से रतहरा से चोरहटा के बीच प्रदेश की सबसे मंहगी सड़क बन रही है. चार साल हो गए उसे बनते हुए, कब तक बनेगी? इस पर कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग द्वारा बताया गया कि निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है, मार्च 2022 तक पूरा हो जाएगा. 

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