भीषण हादसो को रोकने रीवा प्रशासन पहुंचा सोहागी घाटी, लिए कई महत्वपूर्ण निणर्य, वाहनो की रफ्तार 20 किमी प्रति घंटा तय
रीवा के सोहागी घाटी में हादसों को रोकने के लिए कलेक्टर-एसपी ने किया निरिक्षण
Rewa MP News: रीवा जिले के सोहागी घाटी में जहां लगातार हादसे हो रहे है वही विगत 15 दिन के अंतराल में दो बड़े हादसे होने के बाद रीवा जिला प्रशासन घाटी की टेक्निकल कंमियों को दूर करने के लिए इन दिनों लगा हुआ है। उसी के तहत कलेक्टर मनोज पुष्प एवं एसपी नवनीत भसीन पूरे लाव लस्कर के साथ सोहागी घाटी के चप्पे-चप्पे का निरिक्षण किए है।
कलेक्टर ने बताया कि घाटी में कमिया साफ देखी जा रही है, अभी जो तत्काल हो सकता है उसे पूरा करने के निर्देश दिए गए है, साथ ही जिला सड़क सुरक्षा समिति के निणर्य एवं टेक्निकल टीम के सुझाव पर पूरी तरह से अमल करने के लिए कदम उठाए जा रहे है।
इस दौरान जिला सुरक्षा समिति की पूरी टीम, एमपीआरडीसी, पुलिस, परिवहन एवं टेक्निकल टीम के साथ अन्य संबधित लोग शामिल रहे। जिन्हे कलेक्टर कई जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए है।
वाहनों की गति होगी 20 किमी प्रति घंटा
सोहगी घाटी में वाहनों की रफ्तार पर अंकुश लगाया गया है। कलेक्टर श्री पुष्प ने बताया कि जिस स्पीड ब्रेकर से घाटी शुरू होती है वहां से पूरी धाटी में वाहनों की रफ्तार 20 किलो मीटर प्रति घंटा के हिसाब तय की गई है। ज्ञात हो जो हादसे सामने आए है उसमें सबसे ज्यादा वाहनो की रफ्तार ही मुख्य वजह रही है। जिसके चलते वाहनों गति पर प्रशासन अब अंकुश लगा रहा है।
संकेतक चिन्ह के साथ होगा रंगरोगन
कलेक्टर ने बताया कि दुर्घटना से बचाव को लिए घाटी में संकेत बनाए जाने सहित रंगरोगन करके हादसों से बचाव संबंधी जानकारी दी जाएगी। एमपीआरडीसी को निर्देश दिए गए है कि घाटी में क्रेन एवं एम्बुलेंस 24 घंटे तैनात रहे।
हाईवें पेट्रोलिंग के निर्देश
प्रशासन ने रात कालीन हाईवें पेट्रोलिंग पर भी जोर दिए है। कलेक्टर ने निर्देश दिए है कि पुलिस और एमपीआरडीसी की टीम हाइवें पेट्रोलिंग करें और घाटी में पूरी रात पेट्रोलिंग करके वाहनों की गति पर नियंत्रण बनाए।
दुर्घटना में 15 यात्रियों की हुई थी मौत
ज्ञात हो कि एक माह पूर्व यानि कि दीवाली के दो पहले सोहगी घाटी में यात्रियों से भरी बस बलकर से जा घुसी थी। जिससे बस में सवार 14 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई थी तो वही एक घायल यात्री ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था। तो वही एक सप्ताह पूर्व सोहगी घाटी में ही बस खड़े ट्रक से टकरा गई थी। जिसमें दो यात्रियों की मौत हुई थी। घाटी के ये दोनों हादसे प्रशासन को हिला दिए और यंहा हादसो को रोकने के लिए टेक्निकल टीम से जांच कराए जाने सहित जिला सड़क सुरक्षा समिति ने बैठक करके चिंतन-मंथन किया है।