बाहर से आ रही भीड़ का ध्यान नहीं, दुकानों तक सीमित समझाइस : REWA NEWS
रीवा। जहां कोरोना के बढ़ने का सबसे ज्यादा खतरा है वहीं प्रशासन ढिलाई बरत रहा है। दुकानों में भीड़ लगाने पर कड़ाई बरती जा रही है लेकिन लगातार बाहर से आने वाले लोगों की कोई निगरानी नहीं की जा रही है। जो जिले में कोरोना बढ़ने का मुख्य कारण बन सकते हैं। दूसरे राज्यों में रहने वालों की भीड़ ट्रेन एवं बसों के माध्यम से पहुंच रही लेकिन इनकी जांच-पड़ताल नहीं की जा रही है। न ही शासन की गाइड लाइन का पालन कराया जा रहा है, तो वहीं किराना और जरूरी सामान खरीदने वालों को सावधानी की समझाइस दी जा रही है।
रीवा। जहां कोरोना के बढ़ने का सबसे ज्यादा खतरा है वहीं प्रशासन ढिलाई बरत रहा है। दुकानों में भीड़ लगाने पर कड़ाई बरती जा रही है लेकिन लगातार बाहर से आने वाले लोगों की कोई निगरानी नहीं की जा रही है। जो जिले में कोरोना बढ़ने का मुख्य कारण बन सकते हैं। दूसरे राज्यों में रहने वालों की भीड़ ट्रेन एवं बसों के माध्यम से पहुंच रही लेकिन इनकी जांच-पड़ताल नहीं की जा रही है। न ही शासन की गाइड लाइन का पालन कराया जा रहा है, तो वहीं किराना और जरूरी सामान खरीदने वालों को सावधानी की समझाइस दी जा रही है।
दुकानों की निगरानी तक सीमित पुलिस
कोरोना संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए प्रशासन सख्त है। भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में लगातार निगरानी चल रही है। होली के त्योहार को देखते हुए जिन क्षेत्र में भीड़ देखी गई वहां पुलिस कड़ी निगरानी देखी गई। फिलहाल लोगों को समझाइस दी जा रही है कि सभी शासन की गाइड लाइन के अनुसार चलें। आपको बता दें कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रदेश के 12 जिलों में सण्डे संपूर्ण लाॅकडाउन किया गया है।
अच्छे संकेत नहीं
हालांकि जिस गति से रीवा में कोरोना संक्रमण फैल रहा है वह आने वाले दिनों के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं। हम सबको इस बात का ध्यान रखना होगा। दुकानदारों को भीड़ लगाने से बचना होगा। अन्यथा यदि लाॅकडाउन लगा तो फिर ज्यादा महंगा पड़ेगा। प्रशासन होली को देखते हुए सख्त है और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए निगरानी रखी जा रही है।
बाहर से आने वालों से खतरा
कोरोना संक्रमण फैलने का सबसे ज्यादा खतरा बाहर से आ रही भीड़ से है, वहीं प्रशासन द्वारा ढिलाई बरती जा रही है। होली त्योहार को लेकर बाहर से आने वालों की भीड़ बढ़ गई है। एक तरफ होली तो दूसरी शादी-विवाद का सीजन आने वाला है बाहर रहने वाले लोग घर पहुंचे रहे हैं। बस एवं ट्रेनों के द्वारा पहुंचने वाली भीड़ से खतरा हो सकता है लेकिन प्रशासन इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा पाया है।