रीवा में अनोखा तरीका अपना मुख्यमंत्री को भेजा संदेश, हवाई यात्रा के दौरान हुआ प्रदर्शन, हवा में छोड़े गए काले गुब्बारे
मृत सुअरों के मुआवजा की मांग को लेकर आंदोलनकारियों ने काले गुब्बारे छोड़कर मुख्यमंत्री कों पैगाम भेजा है।
Rewa MP News: धरती से आसमान तक यह अनोखा विरोध प्रदर्शन रीवा के कलेक्ट्रेट के पास चल रहे धरना प्रदर्शन को दौरान देखा गया। जब शनिवार को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हवाई मार्ग से रीवा-सीधी का दौरा कर रहें थे। इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई में मृत सुअरों के मुआवजे की मांग एवं पशु चिकित्सा विभाग के आला अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए बसोर समाज के लोगो ने काले गुब्बारे आसमान में छोड़ कर विरोध प्रदर्शन किए है।
कलेक्ट्रेट के पास चल रहा महापड़ाव
बसोर समाज का कलेक्ट्रेट के समक्ष महापड़ाव 66 दिनों से चल रहा है, लेकिन उनकी सुनवाई नही हो रही है। जिसके चलते रीवा प्रवास पर पहुचे मुख्यमंत्री से वे अपनी बात रखना चाह रहे थें। जब उन्हे पता चला कि मुख्यमंत्री हवाई मार्ग से जा रहे है तो उन्होने काले गुब्बारे छोड़ कर अपना पैगाम भेजे है।
रीवा आने पर होगा घेराव
किसान मोर्चा के संयोजक शिव सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 24 घंटे गरीबों का नाम लेकर हवा हवाई बात करते हैं लेकिन बसोर समाज के पीड़ितों को अभी तक न्याय नहीं मिला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से गरीब बसोर समाज फरियाद करना चाहता था पीड़ा बताना चाहता था लेकिन सरकार के इशारे पर जिला प्रशासन लगातार मोहनिया टनल उद्घाटन को लेकर कार्यक्रम में फेरबदल करता रह गया, जिसके विरोध में गुस्साए आंदोलनकारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया काले गुब्बारे छोड़कर विरोध किये। उन्होने कंहा कि मुख्यमंत्री दोबारा रीवा की धरती पर आएंगे या उनका कोई मंत्री आएगा तो उनको घेरने का काम किया जाएगा।
ये रहे शामिल
विरोध प्रदर्शन दौरान मोर्चे के नेता शिव सिंह, रामजीत सिंह, इंद्रजीत सिंह शंखू, संतकुमार पटेल, ललित मिश्रा, रामनरेश सिंह, पप्पू कनौजिया, तेजभान सिंह, हरिशंकर सिंह, राजबली बिंद सहित आंदोलनकारी प्रदीप बंसल, सकोचिल प्रसाद बंसल, राजेश रमेश उर्फ राजभान, राजाराम, सरज,ू सुरेश, बाबूलाल, रमेश, मोतीलाल, अनिल, पवन, संदीप, बिहारी लाल गौतम, रामशरण, किशोरीलाल, मुन्नी, रीनू ,पुष्पा, उर्मिला, आशा, माया, ममता, राजकली, रामबाई, आकाश, जोरावर, अनिल, धर्मेंद्र, छोटा, अशोक, रूपचंद्र, विमला, रोहित राज वीरू सहित मुंबई से आए समाज के राकेश चौधरी आदि सहित सैकड़ों महिला-पुरुष शामिल रहे।