रीवा के इस वीरान क्षेत्र को पीपल पहाड़ी के नाम से जाना जाएगा, बनेगा पिकनिक स्पॉट
Rewa News: मध्यप्रदेश के रीवा जिले में वीरान पहाड़ियों के सौंदर्यीकरण के प्रयास प्रारंभ कर दिए गए हैं। रायपुर कर्चुलियान तहसील के ग्राम रामनई में स्थित वीरान पहाड़ी पर पौधरोपण किया गया।
मध्यप्रदेश के रीवा जिले में वीरान पहाड़ियों के सौंदर्यीकरण के प्रयास प्रारंभ कर दिए गए हैं। रायपुर कर्चुलियान तहसील के ग्राम रामनई में स्थित वीरान पहाड़ी पर पौधरोपण किया गया। यहां विभिन्न प्रजातियों के पौधों का रोपण किया गया। इस पहाड़ी को पीपल पहाड़ी के नाम से जाना जाएगा। यहां पीपल के पौधे काफी संख्या में रोपित करने की योजना है। जिसके बाद यह पिकनिक स्पॉट भी बन सकेगा।
कलेक्टर प्रतिभा पाल द्वारा किए जा रहे प्रयास
जिले के तहसील रायपुर कर्चुलियान के ग्राम रामनई में स्थित वीरान मिट्टी की पहाड़ी के संरक्षण और सौंदर्यीकरण की दिशा में कलेक्टर प्रतिभा पाल द्वारा विशेष रुचि लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। जिसमें गत सप्ताह टास्क फोर्स की मीटिंग में सभी संबंधित क्षेत्रीय अधिकारियों को पहाड़ी पर मिट्टी कटाव एवं क्षरण रोकने के लिए मेड़ बनाकर स्थानीय प्रजाति के पौधों को बहुतायत से रोपित कर पहाड़ी को पुनः हरित करने के समुचित उपाय करने संबंधी निर्देश जारी किए गए थे। जिसके बाद रामनई की वीरान पहाड़ी पर पौधों का रोपण किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार इन पौधों की सुरक्षा और देखभाल की जिम्मेदारी स्थानीय ग्राम पंचायत को दी गई है।
संरक्षित क्षेत्र घोषित कर लगाया सूचना बोर्ड
रामनई की वीरान पहाड़ी के तलछठी एवं ऊपरी भाग में स्थानीय किस्म के पौधे जैसे पारस, पीपल, बरगद, करंज, आंवला एवं बांस के पौधों का रोपण टास्क फोर्स की निगरानी में किया जा रहा है। साथ ही पौधों की सुरक्षा और देखभाल भी स्थानीय ग्राम पंचायत की सहायता से कराया जा रहा है। कलेक्टर के इस लोकहित कार्य का ग्रामवासियों द्वारा प्रसन्न भाव से स्वागत किया गया है। साथ ही जिला प्रशासन द्वारा पूरी पहाड़ी की सुरक्षा को ष्टिगत रखते हुए क्षेत्र संरक्षित संबंधी सूचना बोर्ड स्थापित कर चारों तरफ ट्रेंचिंग कर क्षेत्र में सतत निगरानी रखी जा रही है। बताते चलें कि पहाड़ी पर छुई मिट्टी विद्यमान है जो पीपल के लिए उपयुक्त मानी जाती है। यदि पीपल के पेड़ यहां विकसित हो जाए तो ये पीपल पहाड़ी के नाम से बढ़िया पिकनिक स्पॉट बनेगा। रामनई पहाड़ी में पौधरोपण वाले स्थल को संरक्षित क्षेत्र घोषित कर सूचना बोर्ड भी लगा दिया गया है।