रीवा में दिखेगा जल, थल एवं वायु सेना का प्रदर्शन, सैनिक स्कूल के डायमंड जुबली में होगा रोमांचक नजारा
रीवा का सैनिक स्कूल 19 एवं 20 नवबंर को मना रहा अपना डायमंड जुबली वर्ष।
Rewa MP News: विंध्य का गौरव एवं मध्यप्रदेश का एकलौता सैनिक स्कूल अपने गौरवशाली इतिहास के बीच स्कूल स्थापना का डायमंड जुबली वर्ष मना रहा है। इस आयोजन अवसर वर जल, थल एवं वायु सेना के सैन्य प्रदर्शन का अद्रभुद नजरा शहर में देखा जाएगा।
आयोजन के संबंध में स्कूल के प्राचार्य ने जानकारी देते हुए बताया कि डायमंड जुबली के इस आयोजन में देश-विदेश में रह रहे तकरीबन 2500 स्कूल से अधिक पूर्व छात्र हिस्सा ले रहे है। इसमें लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी सहित कई सैन्य अधिकारी शामिल है। इस कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि सहित कई गणमान्य अतिथी मौजूद रहेगे।
नेवी के बैंड की होगी प्रस्तुती
दरअसल 17 नवबंर को थल सेना के जवान मोटर सायकल का शानदर प्रदर्शन कर रहे है तो वही 18 नवंबर की दोपहर 12 बजे नेवी के बैंड दल की अद्रभुद प्रस्तुती होगी। बताया जाता है कि जो बैंड दल रीवा में प्रस्तुती दे रहा है, वह अपने आप में अनोखा है। जिसका नजरा रीवा के लोग ले सकेंगे।
वही 19 एवं 20 नवंबर को पूर्व छात्रों के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। इस दौरान वायुसेना के हेलाकाप्टर शहर में उड़ान भरकर अपना प्रदर्शन दिखाएंगे। जिसे सैनिक स्कूल मैदान सहित शहर के लोग बखूबी देख सकेगे।
सेना के लिए छात्रों को करता है तैयार
सैनिक स्कूल रीवा भारत के 28 सैनिक स्कूलों में से एक है। यह आवासीय विद्यालय है। शिक्षा का माध्यम अंग्रेजी है। भारत सरकार द्वारा 20 जुलाई 1962 को युवराज भवन के नाम से जानी जाने वाली विशाल संपत्ति में स्थापित किया गया था। जो रीवा रियासत के युवराज महाराजा मार्तंड सिंह जूदेव के थे, स्कूल लड़कों को सशस्त्र बलों में शामिल होने के लिए तैयार करता है। स्कूल ने लगभग 400 अधिकारियों का योगदान दिया है। यह केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से संबद्ध है और भारतीय पब्लिक स्कूल सम्मेलन (आईपीएससी) का सदस्य है। स्कूल लड़कों को राष्ट्रीय रक्षा अकादमी , खडकवासला, पुणे और जीवन के अन्य क्षेत्रों में प्रवेश के लिए तैयार करता है।