क्रेशर में काम करने वाले श्रमिक की मौत, ससुराल पक्ष ने लगाए आरोप : REWA NEWS
रीवा। चोरहटा थाना अंतर्गत बनकुइयां में संचालित एक स्टोन क्रेशर में काम कर रहा श्रमिक बीते दिवस दुर्घटना का शिकार हो गया था। श्रमिक को गंभीर हालत में पहले एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां से संजय गांधी अस्पताल के रेफर कर दिया। लेकिन श्रमिक की हालत ठीक न होने के कारण उसे जबलपुर के लिये रेफर कर दिया गया जहां उसकी मौत हो गई। घटना को लेकर सभी पल्ला झाड़ रहे हैं लेकिन श्रमिक के आश्रित बीबी और बच्चों का पालन-पोषण कैसे होगा, यह कोई नहीं सोच रहा है।
रीवा। चोरहटा थाना अंतर्गत बनकुइयां में संचालित एक स्टोन क्रेशर में काम कर रहा श्रमिक बीते दिवस दुर्घटना का शिकार हो गया था। श्रमिक को गंभीर हालत में पहले एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां से संजय गांधी अस्पताल के रेफर कर दिया। लेकिन श्रमिक की हालत ठीक न होने के कारण उसे जबलपुर के लिये रेफर कर दिया गया जहां उसकी मौत हो गई। घटना को लेकर सभी पल्ला झाड़ रहे हैं लेकिन श्रमिक के आश्रित बीबी और बच्चों का पालन-पोषण कैसे होगा, यह कोई नहीं सोच रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रामराज यादव पिता शारदा निवासी बाबूपुर सकरवट बीते 24 मार्च को बनकुइयां स्थित स्टोन क्रेशर में काम के दौरान दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया था। जिसे पहले एक निजी अस्पताल भर्ती कराया गया। जहां से संजय गांधी अस्पताल के लिये रेफर दिया गया। श्रमिक की स्थिति गंभीर होने के कारण उसे जबलपुर अस्पताल के लिये रेफर कर दिया गया लेकिन वहां श्रमिक की उपचार के दौरान मौत हो गई। घटना को लेकर दो तरह की बातें सामने आ रही हैं। एक पक्ष दीवार गिरने से घटना होना बताया जा रहा है तो दूसरे पक्ष द्वारा वाहन दुर्घटना बताई जा रही है।
ससुराल पक्ष ने जो कहा..
घटना को लेकर चोरहटा थाना पहुंचे मृतक श्रमिक के ससुराल पक्ष के लोगों ने बताया कि क्रेशर में काम के दौरान दीवार गिरने से उसकी चपेट में आकर श्रमिक गंभीर रूप से घायल हो गया था जहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई है। ससुराल पक्ष द्वारा मृतक श्रमिक के आश्रित परिवार बीबी-बच्चों के पालन पोषण के लिए मुआवजा की मांग की गई है। बताया गया है कि मृतक के छोटे-छोटे बच्चें हैं जिनके पालन-पोषण के लिए मुआवजा दिलाए की जाने की मांग की गई है।