रीवा में सिस्टम से हार गया BSF जवान! कोरोना संक्रमित पत्नी की हुई मौत, 8 घंटों तक भटकने के बाद मिला था अस्पताल में बेड
रीवा. देश की सीमा में खड़े होकर देशवासियों की सुरक्षा के लिए सीने में दुश्मनों की गोली खाने के लिए हमेशा तैयार रहने वाले BSF जवान ने रीवा के सिस्टम से हार चुका है. बीते मंगलवार अपनी कोरोना संक्रमित पत्नी के इलाज के लिए ये जवान अस्पताल दर अस्पताल 8 घंटे तक भटकता रहा, कहीं बेड न मिला. मीडिया का दखल हुआ तो SGMH में बेड की व्यवस्था तो हो गई, लेकिन शनिवार की शाम पत्नी ने साथ छोड़ दिया, इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
रीवा. देश की सीमा में खड़े होकर देशवासियों की सुरक्षा के लिए सीने में दुश्मनों की गोली खाने के लिए हमेशा तैयार रहने वाले BSF जवान ने रीवा के सिस्टम से हार चुका है. बीते मंगलवार अपनी कोरोना संक्रमित पत्नी के इलाज के लिए ये जवान अस्पताल दर अस्पताल 8 घंटे तक भटकता रहा, कहीं बेड न मिला. मीडिया का दखल हुआ तो SGMH में बेड की व्यवस्था तो हो गई, लेकिन शनिवार की शाम पत्नी ने साथ छोड़ दिया, इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
बीते मंगलवार की शाम विनोद तिवारी की ऐसी तस्वीर सामने आई थी जिसे देखकर हर किसी का दिल पसीज गया था. बॉर्डर सिक्योरटी फोर्स में तैनात जवान अपनी कोरोना संक्रमित पत्नी को इलाज के लिए कार में लेकर रोते-बिलखते 8 घंटों तक दर-दर की ठोकरें खाता रहा, लेकिन उसे किसी ने सही रास्ता नहीं दिखाया.
मीडिया के दखल के बाद SGMH में किया गया भर्ती
पत्नी को जीवित रखने की चाह और आंखों में आंसू लिए जवान ने सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक कई निजी अस्पतालो के चक्कर लगाए, लेकिन कही भी उसका इलाज नही किया गया. अंत में वह संजय गांधी अस्पताल पहुंचा, लेकिन वहां मौजूद कर्मचारियों ने भी उसे नजरअंदाज करने की कोशिश की. बाद में बीएसएफ जवान की नजर मीडियाकर्मियों पर पड़ी. उन्होंने मदद भरी निगाहों से हाथ जोड़कर मीडियाकर्मियों को अपनी दासतां सुनाई. फिर मीडिया के दखल पर उनकी पत्नी को संजय गांधी स्मारक चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था.
कोरोना प्रोटोकॉल के तहत होगा अंतिम संस्कार
शनिवार शाम अस्पताल में मिले बीएसएफ जवान विनोद तिवारी से मीडियाकर्मियों ने जब उनकी पत्नी का हाल जानना चाहा तो उनकी आंखों से आंसू निकल पड़े. उन्होंने पत्नी का निधन होने की जानकारी दी. आंखों में आंसू लिए उन्होंने बताया कि उनका 13 साल का एक बेटा है और 8 साल की एक बेटी है. दोनों बच्चों को पता भी नहीं है कि उनकी मां अब इस दुनिया मे नहीं रही. कोरोना प्रोटोकॉल के तहत उनकी पत्नी के शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा और घर पर अपनी मां का इंतजार कर रहे बच्चों को अंतिम दर्शन भी नहीं होंगे.
पॉजिटिव आई थी पत्नी की कोरोना जाँच रिपोर्ट
सीधी जिले के रहने वाले विनोद तिवारी बॉर्डर सिक्योरिटी फ़ोर्स त्रिपुरा में 3 बटालियन में पदस्थ हैं. वे चार दिनों की छुट्टी पर रीवा आए हुए थे. मंगलवार की सुबह उनकी पत्नी श्यामवती तिवारी की अचानक तबियत खराब हो गई. सुबह 6 बजे विनोद तिवारी पत्नी को जिला अस्पताल लेकर गए जहां उनकी कोरोना जांच की गई. जांच में उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. पत्नी के सीने में काफी दर्द था और उन्हें सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी.