14 दोस्त हैदराबाद से पैदल जा रहें थें यूपी, 700 किमी तक किसी ने नहीं रोका, पर रीवा पुलिस ने पकड़कर...
हैदराबाद से 700 किमी से ज्यादा गांव-गांव पैदल चले फिर भी गांव नहीं पहुंचे। घर जाने के लिए 1000 किमी एमपी-यूपी के बार्डर पर रीवा में फंस गए।
रीवा. 14 दोस्त रोजगार के लिए होली बाद हैदराबाद पहुंचे थे। लॉकडाउन में कारखाना बंद हो गया। हैरादाबाद से 21 मार्च को अपने गृह ग्राम यूपी के फतेपुर के लिए निकलें। हैदराबाद से 700 किमी से ज्यादा गांव-गांव पैदल चले फिर भी गांव नहीं पहुंचे। घर जाने के लिए 1000 किमी एमपी-यूपी के बार्डर पर रीवा में फंस गए। रीवा में इन्हे पुलिस ने पकड़ लिया।
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4 अप्रैल से रीवा में फंसे हैं
पकडे गए युवकों में से एक अंकित ने बताया की हम लोग हैदराबाद से पैदल चले, जिस गांव में रात हो जाती थी उसी गांव में विश्राम करते। गांव के मुखिया भोजन-पानी की व्यवस्था किए। 2 अप्रैल को हाइवे पर आए तो रात्रि में ट्रक मिल गया। करीब 300 किमी ट्रक पर सफर कर 4 अप्रैल को रीवा के रायपुर कर्चुलियान पहुंचे। यहां पुलिस चेकिंग कर रही थी। सभी को लाकर हॉस्टल में रख दिया। तब से यहां पर फंसा हूं। साथ में 14 लोग हैं। स्वास्थ्य चेकिंग हो गया है। हमें कोई बीमारी नहीं है। अब घर जाने दिया जाए। अभी समय है घर पहुंच जाएंगे तों खेती किसान से सालभर का अनाज जुटा लेंगे। लॉकडाउन खुलने के बाद अब बाहर नहीं जाएंगे। गांव में ही काम की तलाश करेंगे। गांव में ही मेहनत कर कमाकर खर्च चलाएंगे।
पुलिस ने पकडकऱ शेल्टर हाउस में डाल दिया
एमपी-यूपी के बार्डर जिला रीवा में पुलिस ने पकडकऱ शेल्टर हाउस में रख दिया है। यहां पर रायपुर कर्चुलियान में स्थित शेल्टर हाउस में करन कुमार, अंकित, मनीष आदि फतेपुर(यूपी) आदि ठहरे हुए हैं।