Atiq Ahmed Shot Dead Live Updates: अतीक-अशरफ को असद की कब्र के पास दफनाया, तीनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया
Atiq Ahmed Shot Dead Live Updates: प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल के पास ये हमला तब हुआ, जब पुलिस टीम अतीक और अहमद को लेकर जा रही थी. इसी दौरान तीन हमलावर अचानक बीच में पहुंचे और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी.
Atiq Ahmed, his brother Ashraf shot dead in Prayagraj LIVE: माफिया अतीक अहमद और भाई अशरफ अहमद की हत्या कर दी गई। हमलावरों ने दोनों को पुलिस सुरक्षा में मेडिकल के लिए निशाना बनाया। अतीक और अशरफ पर गोलियां चलाई गईं और परिणामस्वरूप अतीक और भाई अशरफ दोनों की मौत हो गई। पुलिस घटना की जांच कर रही है। रविवार को अतीक और अशरफ के शवों का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। खबर आ रही है कि आज ही दोनों को प्रयागराज के कसारी-मसारी कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा। (लाइव अपडेट के लिए यहीं बनें रहें)
घटना के बाद यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही अतीक और उसके भाई अशरफ की सुरक्षा में तैनात 17 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। यह हमला प्रयागराज के कोल्विन अस्पताल के पास पॉइंट ब्लैंक रेंज पर फायर करके हुआ। तीन हमलावर लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सनी अचानक पुलिस टीम के पास आ गए, उन्होंने गोलियां चलानी शुरू कर दीं और उन्हें तुरंत पकड़ लिया गया। हमले में एक पुलिस कांस्टेबल मान सिंह घायल हो गया, उसे अस्पताल ले जाया जा रहा है। इस पूरे हमले को बकायदा मीडिया और पुलिस के सामने अंजाम दिया गया है। दोनों पर जब फायरिंग हुई, पूरी वारदात कैमरे में भी कैद हुई है। इस घटना के दौरान हैरानी की बात ये रही कि हमलावरों ने घटनास्थल से भागने की कोशिश नहीं की। हालांकि, "जय श्री राम" के नारे लगाते हुए उन सभी ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस को जैसे ही स्थिति की जानकारी मिली, बड़ी संख्या में फोर्स मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दी है।
अतीक-अशरफ के शवों को पोस्टमॉर्टम के बाद कसारी-मसारी स्थित कब्रिस्तान में इस्लामिक रीति-रिवाज से दफनाया गया। दोनों के शव को अतीक के बहनोई और दो रिश्तेदार लेकर पहुंचे थे। अतीक के दोनों छोटे बेटों को बाल सुधार गृह से लाया गया था। अतीक के बेटे असद की कब्र के पास ही दोनों की कब्रें खुदवाई गई थीं। अशरफ की बेटी और पत्नी जैनब भी कब्रिस्तान में मौजूद रहीं।
कब्रिस्तान में सिर्फ चुनिंदा रिश्तेदारों को जाने दिया गया। कब्रिस्तान से करीब 300 मीटर दूर सभी को रोक दिया गया। मीडियाकर्मियों को कब्रिस्तान के बाहर तक जाने दिया गया। हालांकि उनके नाम और मोबाइल नंबर नोट किए जा रहे थे। पूरे शहर में तगड़ी सुरक्षा की गई है। जगह-जगह फोर्स तैनात है।
सरकारी वकील गुलाब चंद्र अग्रहरी ने बताया- तीनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया गया है। यहां अतीक का बेटा अली भी कैद है।
शनिवार 15 अप्रैल की रात उत्तर प्रदेश के कुख्यात माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की पुलिस की मौजूदगी में हत्या कर दी गई. दोनों माफिया भाइयों को गोलियों से भून देने वाले आरोपी पत्रकार का वेश धरके आए थे. (पढ़ें पूरी खबर)
आगरा ज़ोन के सभी 7 जिलों में सतर्कता और पुलिस बल की मुस्तैदी बढ़ाई गई है। पुलिस लगातार नागरिकों के साथ संपर्क में है। अफवाह फैलाने वालों पर सख़्त कार्रवाई की जाएगी। अधिकारी लगातार तैनात हैं और पेट्रोलिंग की जा रही है: ADG राजीव कृष्ण, आगरा ज़ोन
गाजियाबाद ACP सुजीत कुमार राय ने कहा, "सुरक्षा के मद्देनज़र और आगामी त्योहार को देखते हुए गश्ती की जा रही है। यहां के लोग अच्छे हैं सबसे बातचीत कर ली गई है, शांतिपूर्ण माहौल है।"
शनिवार को अतीक और अशरफ की पुलिस कस्टडी में हत्या कर दी गई. रविवार को दोनों का पोस्टमार्टम किया जा रहा है. इसके बाद आज ही दोनों को प्रयागराज के कसारी-मसारी कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा. इसी कब्रिस्तान में शनिवार को अतीक के बेटे असद को दफनाया गया था.
प्रयागराज में अतीक - अशरफ की हत्या के बाद यूपी में धारा 144 लागू कर दी गई है और सभी जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। घटना के बाद सीएम योगी ने रविवार के सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं, अतीक हत्याकांड को लेकर हाई लेवेल मीटिंग बुलाई गई है। सीएम से किसी की भी मुलाक़ात नहीं हो सकेगी। साथ ही मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
शनिवार की रात अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की पुलिस कस्टडी में गोली मार्कर हत्या कर दी गई है। हत्या में जिस पिस्टल का इस्तेमाल किया गया है वह भारत में प्रतिबंधित है। हत्या के लिए तुर्किये में बनी जिगाना पिस्टल से फायर किया गया था। इस पिस्टल की कीमत 6-7 लाख रुपए बताई जा रही है। पुलिस अब इस बात की भी जांच करेगी की आरोपियों के पास ये पिस्टल आखिर आई कहां से?
तीनों हमलावर प्रयागराज के नहीं हैं। लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है जबकि अरुण मौर्य हमीरपुर का निवासी है. वहीं तीसरा आरोपी सनी कासगंज जिले का है। इससे यह साफ होता है कि ये तीनों आरोपी सिर्फ अतीक और अशरफ की हत्या के उद्देश्य से प्रयागराज आए हुए थे। उन्होने हत्या से पहले रेकी की थी। हमलावरों ने वारदात को अंजाम देने के बाद घटनास्थल में सरेंडर कर दिया। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे राज्य का बड़ा माफिया बनना चाहते थे, इसलिए उन्होने बड़ा कांड किया है।
पुलिस कस्टडी में अतीक अहमद और अशरफ में हत्या के बाद तीनों आरोपियों ने घटनास्थल में ही सरेंडर कर दिया। आरोपियों के पास से पत्रकार की आईडी, डमी कैमरा और मीडिया के लोगो वाला माइक बरामद हुआ है। आरोपियों ने अतीक और अशरफ पर पॉइंट ब्लैंक रेंज पर फायर करके हत्या की है।